Tatijharia, Hazaribagh: बसंत पंचमी के उपलक्ष्य पर ज्ञान, कला व संस्कृति की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की श्रद्धालुओं ने आराधना की. इसके बाद नाचते-गाते भक्तों ने भावुक पलों में मां को विदा किया. पंडालों में स्थापित मां की प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से विभिन्न तालाबों, पोखरों, नदियों में किया गया. इसके पूर्व पंडालों में विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई और प्रसाद का वितरण हुआ. इस अवसर पर श्रद्धालु एक-दूसरे को अबीर लगाकर हर्ष जताए. इसके बाद विभिन्न वाहनों पर मां हंसवाहिनी की प्रतिमा रख कर झांकी निकाल विसर्जन को ले गए. इससे पूर्व महिलाओं ने मां सरस्वती को खोंइछा देकर एवं एक-दूसरी सुहागिनों को सिंदूर लगाकर मां से सुहागिन रहने का आशीर्वाद प्राप्त की. कई गांवों की प्रतिमा का विसर्जन गुरुवार को ही हुआ, तो कई पूजा-पंडालों में शुक्रवार को प्रतिमा विसर्जित की गई. सार्वजनिक सरस्वती पूजा समिति टाटीझरिया का प्रतिमा शिव मंदिर तालाब में विसर्जन किया गया. वहां पिछले दो दिनों से मेला भी लगाया गया था. जहां बच्चे विभिन्न प्रकार के खिलौने और मिठाइयां खरीद रहे थे. इसके अलावा डुमर, धरमपुर, डहरभंगा, खैरा, झरपो, भराजो, बेडम पंचायत के विभिन्न गांवों के जलाशयों में प्रतिमा का विसर्जन किया गया.
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