Hazaribagh: वन विभाग हजारीबाग परिक्षेत्र से तबादला और फिर तबादले पर रोक लगाने का मामला सामने आया है. हजारीबाग क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक रविंद्र नाथ मिश्रा ने 20 जून को 19 कर्मचारियों का तबादला किया. फिर 15 दिनों बाद 19 में से तीन का तबादला स्थगित कर दिया.
साथ ही एक का तबादला अन्य जगह पर कर दिया. जिनका तबादला स्थगित किया गया, उनमें विनय कुमार, अवधेश कुमार तिवारी व मनोज कुमार का नाम शामिल है, जबकि विकास कुमार सिन्हा का तबादला का स्थान बदल कर हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल किया गया.
इसी तरह पश्चिमी वन प्रमंडल डीएफओ मौन प्रकाश ने 19 अगस्त को अपने क्षेत्र अंतर्गत छह वनरक्षियों को स्थानांतरण किया. जिनमें आनंद कुमार सिंह, अमर आनंद सरस्वती, दीपक यादव, प्रभात कुमार लकड़ा, प्यारेलाल साव एवं सुजीत टोप्पो शामिल हैं.
इसके दूसरे दिन ही उन्होंने आनंद सरस्वती का स्थागित करते हुए उन्हें दूसरे जगह का प्रभार दिया गया. इसके साथ ही आनंद कुमार सिंह को भी कई अन्य जगहों का प्रभार दे दिया.
तबादलों के लिए तीन साल पुराने आदेश का सहारा
दरअसल, कार्मिक (पीसीएसीफ) ने अक्टूबर 2022 में एक पत्र निकाला था. पत्र में कहा गया था कि विभाग के अधिकांश कर्मचारी कई वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थापित हैं. इस कारण विभागीय कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रहती हैं. इससे विभाग की छवि धूमिल होती है.
इसलिए प्रादेशिक अंचल, प्रमंडल में पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से पदस्थापित या कार्यरत उच्चवर्गीय लिपिक, निम्नवर्गीय लिपिक का तबादला करके विभाग को जानकारी दी जाये. वैसे कर्मियों का तबादला ना किया जाये, जिनकी सेवानिवृत्ति एक साल से कम समय में होना है.
उपरोक्त मामले में आदेश जारी करने वाले अधिकारियों से फोन पर संपर्क कर उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन पक्ष नहीं मिल सका. पक्ष मिलने पर उसे भी प्रकाशित किया जाएगा.
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