तीसरी बार जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे लखन साव Chouparan : चौपारण प्रखंड के पांडेपुरा पंचायत के बारा बी मौजा निवासी 65 वर्षीय लखन साव मंगलवार को तीसरी बार जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे. उन्होंने बताया कि दो डिसमिल जमीन के मुआवजे के लिए पांच साल से सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं. स्व. विष्णु साव के पुत्र लखन साव ने वर्ष 1993 में मौजा बारा बी, पांडेपुरा में ढाई डिसमिल जमीन खरीदी थी. यह जमीन जीटी रोड के चौड़ीकरण में अधिग्रहित कर ली गई गई. इसके बदले लखन साव को आधा डिसमिल जमीन का मुआवजा वर्ष 2019 में मिला. उसके बाद लखन साव दो डिसमिल जमीन का मुआवजा भुगतान करने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को सभी दस्तावेज के साथ सात बार 29 जून 2019, 10 मार्च 2020, 12 दिसंबर 2020, 30 जनवरी 2021, 23 मार्च 2021, 25 मार्च 2022 और 11 नवंबर 2022 को आवेदन देकर मुआवजा भुगतान का आग्रह किया. लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ. बेबस होकर लखन साव ने मुआवजा भुगतान करने के लिए डीसी के जनता दरबार में 11 नवंबर 2022 को शिकायत संख्या-1775 और 21 मार्च 2023 को शिकायत संख्या-711 के तहत फरियाद की. इसके बाद भी भुगतान नहीं हुआ, तो मंगलवार को फिर लखन साव डीसी के जनता दरबार में मुआवजा भुगतान करने के संबंध में आवेदन लेकर पहुंचे. इसकी शिकायत संख्या-1542 है. सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी लखन साव ने दो-दो बार आवेदन दिया, लेकिन मुआवजा का भुगतान आज तक नहीं किया गया. लखन साव कहते हैं कि चौपारण से हजारीबाग और हजारीबाग से चौपारण का चक्कर काटने में हजारों रुपए खर्च हो चुके हैं. सीपीएम नेता गणेश कुमार सीटू ने डीसी हजारीबाग से मांग की है कि लखन साव का मुआवजा तत्काल भुगतान करवाने की पहल करें, ताकि जिला प्रशासन और सरकार के प्रति आम जनता का विश्वास बना रहे. इसे भी पढ़ें : बड़ी">https://lagatar.in/big-news-tata-sumo-fell-into-a-well-in-padma-hazaribagh-6-dead-3-serious/">बड़ी
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हजारीबाग : दो डिसमिल जमीन की मुआवजे के लिए पांच साल से सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहे बुजुर्ग

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