Keredari, Hazaribagh : चार दिवसीय सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गया. व्रती स्नान-ध्यान कर छठी मईया की आराधना करेंगे. 13 अप्रैल को खरना के बाद निर्जला उपवास रखा जाएगा. व्रतधारी महिला, पुरुष इस दिन शाम ढलने के बाद पूजा-अर्चना कर छठी मईया को शुद्ध रूप से पकाए गए खीर आदि पकवान का भोग लगाएंगे. इसके बाद स्वयं प्रसाद ग्रहण कर परिवार सहित इष्ट-मित्रों के बीच प्रसाद वितरण करेंगे. मान्यता है कि खरना का महाप्रसाद पाने वालों का जीवन धन्य हो जाता है. रोग-शोक से मुक्ति मिलती है. जीवन में सदा सुख और समृद्धि बनी रहती है. इसी भाव से खरना का प्रसाद पाने के लिए लोग लालायित रहते हैं. 14 अप्रैल को पहला अर्थात संध्या अर्घ्य दिया जायेगा जबकि 15 अप्रैल को उदयमान सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व छठ का समापन हो जायेगा.
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