पत्रकारों की मांग, जब तक पटेल खुद पत्रकारों से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक उनका न्यूज़ कवरेज नहीं होगा
Hazaribagh : हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है. इसके बाद प्रत्याशी सिर्फ जनसंपर्क कर सकेंगे. इसी बीच, इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल पर पत्रकारों ने अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनकी प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार कर दिया. हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ता पत्रकारों को मनाने में जुटे रहे, लेकिन पत्रकार अपनी मांग पर अड़े रहे. पत्रकारों ने पटेल से माफी मांगने की मांग की है. इस संबंध में कांग्रेस जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने बताया कि शुक्रवार को पत्रकार सम्मेलन रखा गया था. पत्रकार कांग्रेस ऑफिस पहुंचे भी थे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पटेल पर आरोप लगाते हुए प्रेस वार्ता का बहिष्कार कर दिया. पत्रकार क्यों नाराज थे, इसकी जानकारी मुझे नहीं है. प्रत्याशी से बातचीत की जाएगी कि आखिर पत्रकार नाराज क्यों है? वहीं जेपी पटेल के मोबाइल नंबर 966127211 पर लगभग पांच बार फोन लगाया गया पर उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं किया.
घंटों इंतजार कराया और बात किए बिना चले गए
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को गठबंधन प्रत्याशी जय प्रकाश भाई पटेल के पक्ष में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मणिशंकर, भीम कुमार, प्रदेश महासचिव विनोद कुशवाहा और जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव की प्रेस वार्ता थी. लेकिन पत्रकारों ने पटेल पर अभद्र व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाते हुए इसका बहिष्कार कर दिया. पत्रकारों ने बताया कि न्यूज़ कवरेज करने के लिए जेपी पटेल से फोन के माध्यम से समय लिया गया था. उन्होंने बुलाया भी था, लेकिन जब हम उनके घर पहुंचे तो उन्होंने घंटों अपने आवास पर इंतजार करवाया, फिर गाड़ी में बैठकर जाने लगे. जब पूछा गया कि कुछ जानकारी लेनी है तो वह पत्रकारों पर भड़क गए और उल्टा सीधा बोलने लगे. उन्होंने अभद्र व्यवहार भी किया और पत्रकारों से बातचीत किए बिना चले गए. पत्रकारों की मांग है कि जब तक पटेल खुद पत्रकारों से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक उनका न्यूज़ कवरेज नहीं होगा.
पटेल के व्यवहार पर उठते रहे हैं सवाल
पत्रकारों ने यह भी बताया कि उनके द्वारा पहली बार अभद्र व्यवहार नहीं किया गया. जब वह नामांकन के लिए जा रहे थे, उस वक्त भी उन्होंने पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया था. पत्रकारों का कहना है कि हम पत्रकारिता अपने न्यूज़ पेपर और चैनल के लिए करते हैं और संपादक का दबाव भी रहता है. ऐसे में न्यूज़ कवर करना काफी मुश्किल होता है. पटेल को भी यह समझदारी होनी चाहिए. बता दें कि पटेल के व्यवहार को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच भी नाराजगी की खबरें सामने आती रहती है. उनका कहना है कि पटेल व्यवहारिक नहीं हैं. वह फोन रिसीव नहीं करते और न ही संतोषजनक जवाब देते हैं. लोगों का कहना है कि पटेल अभी चुनाव जीते नहीं हैं. अगर जीत जाएंगे पता नहीं उनका व्यवहार कैसा होगा?
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