जिले में अपराध के बढ़ते ग्राफ में कमी लाने के साथ ही कम्युनिटी पुलिसिंग पर भी करना होगा काम
Pramod Upadhyay
Hazaribagh: नये साल की शुरुआत के साथ निर्वतमान एसपी मनोज रतन चोथे को जिले से विदाई दी गई. वहीं, नये पुलिस कप्तान अरविंद कुमार सिंह ने कमान संभाल ली है. इसके साथ ही नये एसपी के सामने कई बड़ी चुनौतियां और जिम्मेदारियां भी सामने हैं. आम जनमानस का मानना है कि सबसे पहले जिले में बढ़ते अपराध के ग्राफ में कमी लानी होगी. साथ ही जनता की सुरक्षा को लेकर विश्वास जगाना होगा. हालांकि, जनता को भी पुलिस को सहयोग करना होगा. बिना जन सहयोग के कुछ भी संभव नहीं है. पूर्व में बतौर डीएसपी जिले को करीब से देख चुके नए एसपी अरविंद कुमार सिंह के समक्ष अपराध के ग्राफ को नीचे लाना बड़ी चुनौती है. आए दिन जिस तरह से चोरी, छिनतई, लूट, हत्या आदि के मामले सामने आते रहे हैं, इस पर अंकुश लगाना होगा.
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जहरीले नशे के अवैध कारोबार की तोड़नी होगी कमर
साथ ही नशे के अवैध कारोबार, खासकर ड्र्रग्स पर अंकुश लगाना बड़ी चुनौती होगी. वहीं, कोयले के काले कारोबार को भी नियंत्रित करना होगा. साथ ही कम्युनिटी पुलिसिंग को जमीनी स्तर पर अमलीजामा पहनाना होगा. थानेदारों की कार्य संस्कृति में बड़ा बदलाव लाना भी नए एसपी के समक्ष एक बड़ी जिम्मेदारी होगी. जिले के कई ऐसे थाने हैं, जहां जमीन से जुड़े अपराध के मामले ज्यादा आते रहे हैं. ऐसे मामलों में पुलिस पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप भी लगते रहे हैं. ऐसे में आम जनमानस के बीच पुलिस की छवि सुधारनी होगी.
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आम जनमानस के बीच सुधारनी होगी पुलिस की छवि
नये एसपी अरविंद कुमार सिंह ने अपने प्राथमिक वक्तव्यों से आम आदमी को न्याय का भरोसा दिया है. यह सुखद पहलु है. लेकिन आने वाले समय में उनका यह भरोसा धरातल पर कितना कामयाब होता दिखेगा, यह देखने वाली बात होगी. जब तक आम आदमी अपनी पीड़ा के निबटारे के लिए पुलिस थानों में खुद को सहज और सरल नहीं पाएगा, तब तक पुलिस और जनता के बीच की खाई नहीं पाटी जा सकती है.