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कुलपति ने अभ्यर्थियों की शिकायत पर लिया संज्ञान
छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष कार्यालय से कई बार संचिका को बढ़ाया भी गया था. परंतु बिना किसी कारण बताए हर बार संचिका को लौटा दिया जाता था. इससे टॉपर अभ्यर्थी निराश हो रहे थे. साथ ही विश्वविद्यालय में पीएचडी शोध पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजीत कुमार सिन्हा ने अभ्यर्थियों की शिकायत पर संज्ञान लिया. कुलपति को अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष स्नातकोत्तर एवं प्रत्येक डीट परीक्षा के विषय वार टॉपर को नियुक्त किया जाता रहा है तथा यह विश्वविद्यालय का रूटीन कार्य के अंतर्गत आता है.इंस्पायर फेलो के रूप में प्रतिमाह अधिकतम ₹15,000 होंगे प्राप्त
कुलपति ने तत्काल इस लंबित मामले का निष्पादन करने का आश्वासन अभ्यर्थियों को दिया. वह नियुक्ति विनोबा भावे विश्वविद्यालय की अभिषद की वर्ष 2017 में आयोजित 137 वीं बैठक तथा विद्वत परिषद की 21वीं बैठक में पारित निर्णय के आलोक में किया गया है. अभ्यर्थियों को योगदान की तिथि से एक वर्ष के लिए विभाग में शोध कार्य एवं अकादमिक कार्यों में सहयोग देने के लिए इंस्पायर फेलो के रूप में प्रतिमाह अधिकतम ₹15,000 प्राप्त होंगे. इसे भी पढ़ें :किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-farmers-of-saranda-facing-the-brunt-of-government-neglect-are-forced-to-do-rainfed-deficit-farming/">किरीबुरू: सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहे सारंडा के किसान, वर्षा आधारित घाटे की खेती करने को हैं मजबूर
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