दूसरा मामला अस्पताल में दिखा जहां लापरवाही से जा सकती थी महिला की जान
alt="" width="600" height="400" /> सदर अस्पताल में भर्ती ओकनी की निशा कुमारी पेट दर्द का इलाज करवाने बुधवार को सदर अस्पताल में भर्ती हुई थी. शुक्रवार को उसके हाथ में लगाई गई नीडल अचानक खुल गई और खून गिरने लगा. महिला नींद में सोई हुई थी. लेकिन सदर अस्पताल के किसी भी नर्स या कर्मी की नजर उन पर नहीं पड़ी. कुछ समय के बाद जब फर्श पर खून गिरने लगा, तो पास के बेड पर भर्ती मरीज की नजर पड़ी. जिसके बाद नर्स को बुलाया गया. महिला ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुपरिंटेंडेंट को पत्र लिखने की बात कही है. निशा कुमारी ने यह भी कहा कि सरकारी अस्पताल में अब इलाज करवाने के नाम से भी डर लगता है. महिला ने बगल वाले बेड पर भर्ती मरीज का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अगर उनकी नजर नहीं पड़ती, तो जान चली जाती. इसे भी पढ़ें: द">https://lagatar.in/the-kerala-story-ban-sc-seeks-response-from-tamil-nadu-and-bengal-governments/">द
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