बिस्किट और चॉकलेट देकर होटल संचालक बच्चों से ढुलवाता था चोरी का लोहा, मामले को सलटाने का प्रयास : विनोद मेहता
Hazaribagh : चोरी का लोहा उतारने से जब बच्चे ने इनकार कर दिया, तो होटल संचालकों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. इस मामले में पदमा थाने में भुक्तभोगी बच्चे की मां रिंकी देवी ने आवेदन देकर आरोपी होटल संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है. थाने में दिए गए आवेदन के अनुसार, पदमा स्थित कोदवे निवासी रिंकी देवी और सीताराम भुइयां के 12 वर्षीय पुत्र से पदमा स्थित संगम और सात मिलन होटल के संचालक विनोद मेहता और प्रदीप मेहता बिस्किट और टॉफी देकर ट्रक से अवैध लोहा उतरवाते थे. गुरुवार को जब बच्चे ने लोहा उतारने से मना कर दिया, तो होटल संचालकों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. इस संबंध में पीड़ित बच्चे के पिता सीताराम भुइयां ने बताया कि पदमा थाने में आवेदन दिए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. उल्टा होटल संचालकों ने यह कहकर बच्चे और उसके साथ उनकी पत्नी की भी पिटाई कर दी कि उसके माता-पिता थाने में शिकायत क्यों की. इस संबंध में आरोपी होटल संचालक विनोद मेहता से पूछे जाने पर कहा कि मामले को सलटाने का प्रयास किया जा रहा है. बच्चे उनके होटल के पास से लोहा चुनते थे. गुरुवार को ज्यादा लोहा ले गए. हालांकि बच्चे के पिता ने कहा कि किसी भी हाल में वह समझौता नहीं करेंगे.
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थाना कैंपस में ही बैठ गई पंचायत, थानेदार के बयान ने चौंकाया, डीएसपी ने जताई हैरानी
घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को पदमा थाना कैंपस में ही पंचायत बैठ गई और मामले को रफा-दफा करने की भूमिका बनाई जाने लगी. पीड़ित के पिता ने बताया कि उन्हें दबाव में लेकर जबरन पंचायत में बैठाया गया. लेकिन उन्हें इंसाफ चाहिए और आरोपियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. इस मामले में पदमा थाना प्रभारी शिवदयाल सिंह से पूछे जाने पर कहा कि आवेदन दे देने भर से प्राथमिकी नहीं की जाती है. थानेदार के इस बयान पर डीएसपी नाजिर अख्तर ने भी हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि आवेदन दिए जाने पर ही प्राथमिकी होती है. थानेदार ने यह बात कैसे कह दी, उनसे पूछताछ करते हैं.
बाल संरक्षण आयोग की सदस्य ने लिया संज्ञान
झारखंड सरकार में बाल संरक्षण आयोग की सदस्य रूचि कुजूर ने मामले पर संज्ञान लिया है. उन्होंने पदमा थाना प्रभारी को केस रजिस्टर्ड करने को कहा. साथ ही कहा कि आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बच्चे के पिता से भी बात कर पूरे मामले की जानकारी ली है. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी भी इस मामले को देख रही है. उसके माध्यम से बच्चे को न्याय दिलाया जाएगा.