Hazaribagh: एचपीसीएल प्लांट के मुख्य द्वार पर पिछले 17 दिनों से जियाडा रैयत अधिकार संघ के बैनर तले कोनरा ग्रामीणों का चला आ रहा धरना-प्रदर्शन गुरुवार को खत्म हो गया. धरना समाप्त करवाने में सीओ अरविंद देवाशीष टोप्पो और झामुमो नेता बिनोद विश्वकर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन दोनों की पहल पर एचपीसीएल प्रबंधन का धरणार्थियों के साथ वार्ता हुई. इसमें सम्मानजनक समझौता हुआ.
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झामुमो नेता बिनोद विश्वकर्मा ने बताया कि वार्ता के अनुसार अब कंपनी राज्य सरकार के निर्देशानुसार नियोजन में 75% स्थानीय को प्राथमिकता देगी. इसके साथ ही कंपनी की ओर से हटाए गए दो लोगों की सेवा पुन: बहाल की गई. वार्ता के बाद संघ के अध्यक्ष नसीम उर्फ चांद की अगुवाई में 20 स्थानीय युवाओं की सूची सौंपी गई. कंपनी प्रबंधन ने बताया कि वर्तमान में उनके पास रोजगार सीमित है. भविष्य में जब भी रोजगार देने की बात होगी, स्थानीय योग्य उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी. मौके पर सीओ, झामुमो नेता और कंपनी के अधिकारी सहित धरणार्थी शामिल थे.
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