Hazaribagh (Keradari) : केरेडारी थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों द्वारा खाली वाहनों (ट्रक/हाइवा) से वसूली करने का आरोप है. एक ट्रक चालक ने अपना नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि जब भी खाली गाड़ी लेकर हमलोग टंडवा आम्रपाली लौटते हैं, केरेडारी पुलिस एक सौ रुपये की वसूली करती है. ट्रक चालक सोचता है कि रोड़ में पुलिस नहीं मिले, ताकि मालिक से एक सौ रुपया बचाया जा सके. इस कारण लौटते वक्त चालक तेज गति से चलते हैं और लापरवाही से दुर्घटना घट जाती है. एक माह पूर्व केरेडारी में ट्रक दुर्घटना में एक बच्चे की मौत हो गयी थी.
अपराधों पर नहीं लग रही लगाम
ट्रकों से वसूली मामले से अलग कई मामले हैं, जिसमें पुलिस उदासीन बनी हुई है. दो जनवरी को जोको गांव में एक किशोरी का शव कुएं से बरामद हुआ था. मामला कथित प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ था. पर पुलिस अभी तक इसकी गुत्थी नहीं सुलझा पायी है. इसके अलावा 14 जनवरी की सुबह गरिकला निवासी रामेश्वर महतो का ट्रेक्टर मुख्यमार्ग से अपराधी हथियार के बल पर लूट कर ले गये, जबकि केरेडारी थाना पास में ही है और गश्ती दल रात भर रोड़ में वसूली करते नजर आता. 16 जनवरी की रात एनटीपीसी की केरेडारी माइंस में टीएसपीसी संगठन से जुड़े नक्सलियों ने ताबड़-तोड़ फायरिंग की. इसकी जिम्मेवारी टीएसपीसी ने ली है. इस मामले में भी पुलिस अभी तक कुछ नहीं कर सकी है.
पुलिस को जंगलों में पोस्ते की खेती की जानकारी, पर कोई कार्रवाई नहीं
जान लें कि यहां एनटीपीसी व बीजीआर के अधिकारी शाम के पहले ही डर के कारण इस क्षेत्र को छोड़ देते हैं. पुलिस की जानकारी में है कि सलगा व मनातू पंचायत के जंगलों में पोस्ते की खेती की गयी है. लेकिन उसे नष्ट करने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है, जबकि विभागीय आदेश है कि क्षेत्र में पोस्ते की खेती हुई तो थानेदार पर गाज गिरेगी. केरेडारी पुलिस की विफलता लगातार देखने को मिल रहा है.
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