- रांची सदर अस्पताल के चौथे तल्ले पर हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज की व्यवस्था
- मरीज को रेफर करने की स्थिति में जिला अस्पताल को देंगे अग्रिम सूचना
Ranchi: झारखंड का तापमान लगातार बढ़ रहा है. मौसम केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, झारखंड के गोड्डा का अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया है. वहीं पाकुड़ में 41.7, पलामू में 41.3 और रांची का तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. गर्म हवा के चलने से दोपहर में ही सड़कें सुनसान हो जा रही हैं. इधर, बढ़ती गर्मी को देखते हुए एनएचएम के अपर अभियान निदेशक ने राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन को हीट स्ट्रोक से बचाव और इलाज को लेकर निर्देश जारी किया है. अस्पताल में स्टाफ, बेड, आईवी फ्लूड, ओआरएस और जरूरी दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. अस्पताल की छमता के अनुसार, हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है. बता दें कि लू लगने से उल्टी-दस्त, सिर दर्द, चक्कर आना, थकावट, शरीर में अकड़न, स्किन में दाग, हृदय संबंधी समस्या और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा होता है.
इसे पढ़ें-असली राष्ट्र विरोधी है मोदी सरकार, सत्ता का दुरुपयोग कर संविधान को नष्ट कर रही है : सोनिया गांधी
ओपीडी में आने वाले मरीजों में लू का लक्षण जांचने का निर्देश
अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों के लू के लक्षण की जांच करने का निर्देश दिया गया है. वहीं ओपीडी में मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था के साथ शीतल पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है. वार्ड में वाटर कूलर या फिर दूसरे उपाय करने को लेकर भी विभाग के द्वारा निर्देश दिए गए हैं. प्राथमिक उपचार कक्ष में ओआरएस कॉर्नर बनाने के लिए कहा गया है.
हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर लोगों को करें जागरूक
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा अपने आसपास के लोगों को हीट स्ट्रोक (लू) से बचाव को लेकर जागरूक करने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सभी जिलों को फ्लेक्स बैनर उपलब्ध कराई गई है. लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहना, शरीर में पानी और खनिज मुख्यतः नमक की कमी के कारण होता है.
इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर : पारा 41 डिग्री के पार, बच्चे गश खाकर गिर रहे, अब तो स्कूलों का समय बदलवाईये डीसी मैडम : संघ
गर्मी के मौसम में इन बातों का रखें ख्याल
–हल्के ढीले, सूती कपड़ा पहने तथा धूप में चश्मा, छाता, टोपी एवं जूता पहन कर घर से निकले.
–चक्कर-मितली आने पर छायादार स्थान पर आराम करें.
– शीतल पेय जल का सेवन करें. इसके अतिरिक्त फल का रस, लस्सी, मट्ठा आदि का सेवन करें.
– यात्रा के समय पानी का बोतल अपने साथ रखें.
– गर्मी के दिन में ओआरएस का घोल, नींबू पानी, कच्चा आम का रस का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें.