Search

राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस को भूल गया स्वास्थ्य विभाग

धनबाद : राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस पर धनबाद में कोई कार्यक्रम नहीं हुआ. स्वास्थ्य विभाग की इस उदासीनता पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं. कैंसर के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है, मगर धनबाद स्वास्थ्य विभाग ने न तो इस अवसर पर कोई जांच शिविर लगाया और न ही लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया. हर वर्ष 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन नोबेल पुरस्कार विजेता मैडम क्यूरी को भी याद किया जाता है, जो एक प्रख्यात वैज्ञानिक थीं और जिनके प्रयासों ने वैज्ञानिकों को कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी और परमाणु ऊर्जा की खोज के लिए प्रेरित किया.

मैडम क्यूरी की जयंती है 7 नवंबर को 

मैडम क्यूरी की जयंती को हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्हें इसलिए भी याद किया जाता है कि उन्होंने रेडियम और पोलोनियम की खोज की थी, जो कैंसर से लड़ने में संबल का काम करता है. तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 2014 में हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी, ताकि एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक के योगदान को उजागर किया जा सके. मैडम क्यूरी का योगदान उन सभी लोगों के लिए एक आदर्श है, जो कैंसर से जूझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं। मुख्य जोखिम कारकों को छोड़कर कैंसर से होने वाली 30 से 50% मौतों को रोका जा सकता है। प्रमुख जोखिम वाले कारकों में तंबाकू का उपयोग, शराब का उपयोग, असंतुलित आहार, पराबैंगनी विकिरण का संपर्क, प्रदूषण, पुराने संक्रमण आदि शामिल हैं। वही कैंसर के उपचार के विकल्प के रूप में सर्जरी, दवाएं या रेडियोथेरेपी शामिल हैं, जो रोगियों एवं उनके परिवार के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने पर केंद्रित है. यह भी पढ़ें :">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=181898&action=edit">

चलती हाइवा में लगी आग, चालक-खलासी ने कूदकर बचाई जान
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp