स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर दिए कई अहम निर्देश
Ranchi : स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने आज नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जनों के साथ स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की. मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि छोटे मर्ज पर रिम्स रेफर करने की आदत तुरंत बंद होनी चाहिए और मरीज को बेहतर इलाज देना ही प्राथमिकता होनी चाहिए.
बैठक में उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सदर और अनुमंडलीय अस्पतालों में प्राइवेट डॉक्टरों की सेवाएं ली जाएं. उन्हें समय पर प्रोत्साहन राशि दी जाए और शनिवार-रविवार को भी ओपीडी सेवा जारी रखी जाए. रांची, पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसे बड़े शहरों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाकर विशेष चिकित्सा शिविर लगाए जाएं.
एम्बुलेंस सेवाओं में लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए मंत्री ने कहा कि यदि किसी मरीज की मौत एम्बुलेंस की देरी या लापरवाही से होती है, तो इसके लिए सिविल सर्जन जिम्मेदार होंगे.
मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत 15 अगस्त से सदर अस्पतालों में और बाद के चरणों में अनुमंडलीय, सीएचसी और पीएचसी में हाई स्पीड इंटरनेट और फ्री वाई-फाई सुविधा लागू की जाएगी.
सभी अस्पतालों को IPHS मानकों के अनुसार दो वर्षों में अपग्रेड करने, प्रत्येक जिला अस्पताल को सालाना 6 करोड़ रुपये उपार्जन करने और सभी अस्पतालों को आयुष्मान भारत में इम्पैनल कराने का निर्देश दिया गया.
इसके अलावा, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के प्रचार के लिए प्रमुख स्थलों पर होर्डिंग लगवाने, सब-सेंटरों को EKYC के लिए दो टैबलेट उपलब्ध कराने और 1.5 लाख किमी या 8 वर्ष से पुराने एम्बुलेंस की सूची शीघ्र भेजने को भी कहा गया.
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