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हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश, पंजाब में बारिश और बाढ़ से त्राहिमाम

New Delhi :  हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण त्राहिमाम है.  पंजाब की बात करें तो राज्य के 23 में से 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. सतलुज, ब्यास और रावी नदियां उफान पर है.

 

 

 

 

 

 

 

 

गुरदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, कपूरथला, होशियारपुर में बाढ़ के कारण तबाही मची हुई है. पंजाब सरकार के आंकड़ों पर नजर डालें तो राज्य में 1018 गांवों जलप्रलय सा नजारा है. लाखों लोग बाढ़ सेप्रभावित हैं.  तीन लाख एकड़ से ज्यादा भूमि में लगी फसलें बर्बाद हो गयी हैं. पंजाब में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है. 

 

 

प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के  सीएम भगवंत मान से बात की है. पीएम ने पंजाब को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. खबर है कि भगवंत मान मान ने केंद्र सराकर से 60,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी है. सेना, वायुसेना सहित एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ और पंजाब पुलिस पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव राहत कार्य में लगी हुई है.

 

जानकारी के अनुसार अब तक 11,300 लोगों को बचाया गया है, लगभग 5000 लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गये हैं.   खबरों के अनुसार अमृतसर में ड्रोन से दूध पाउडर, पानी और सूखा राशन लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. फिरोजपुर में बीएसएफ गांव-गांव जाकर लोगों को निकाल रही है. लुधियाना में सीवर ओवरफ्लो हैं और सड़कें जलमग्न हैं.  

 

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की बात करें तो इन राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मच दी है. हिमाचल में 20 जून से 30 अगस्त तक 91 फ्लैश फ्लड, 45 क्लाउडबर्स्ट और 95 बड़े भूस्खलन की घटनाएं घटी हैं, हिमाचल में भाखड़ा नांगल डैम और  गोविंद सागर लेक पानी से लबालब है. डैंम के गेट खोल दिये गये हैं. मूसलाधार बारिश के कारण मनाली में रेड अलर्ट है.  


 
हिमाचल में व्यास नदी उफान पर है. कुल्लू-मनाली का संपर्क टूट गया है. उत्तराखंड में भी भारी बारिश कहर बरपा रही है. गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे भूस्खलन के कारण बंद कर दिये गये हैं. जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी का  जलस्तर बढ़ गया है. इस कारण सलाल डैम के गेट खोल दिये गये हैं.  

 

जम्मू, डोडा, भद्रवाह, किश्तवाड़, रियासी में मूसलाधार बारिश हो रही है. जम्मू में तवी नदी भी उफान पर है, जम्मू-कश्मीर में लैंडस्लाइड के कारण 2500 सड़कों पर आवागमन प्रभावित हुआ है.  भारत में इस साल जून से अगस्त तक 743.1 मिमी बारिश होने की सूचना है.

 

यह सामान्य 700.7 मिमी से 6% अधिक है. जून में सामान्य से 9फीसदी ज्यादा  (180 मिमी) बारिश हुई, जो है. जुलाई में 294.1 मिमी बारिश हुई. यह सामान्य से 5प्रतिशत ज्यादा है. अगस्त में 268.1 मिमी बारिश होने की बात कही गयी है, जो सामान्य से 5.2% ज्यादा है.    

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