मेरे बच्चों का भविष्य अब अंधकार में
इसी बीच जब lagatar.In के संवाददाता ने एचइसी कर्मचारी उदय शंकर से बात की, तो बताया कि पिछले 6 महीने का वेतन नहीं मिलने से हमें बहुत सारी समस्या हो रही है. मेरे दो बच्चे हैं. दोनों स्कूल जाते हैं. वेतन नहीं मिलने के कारण मैं बच्चों के स्कूल की फीस नहीं दे पा रहा हूं. अब स्थिति यह हो गई है कि मुझे अपने बच्चों को स्कूल छुड़ाना पड़ेगा. वेतन न मिलने के कारण मेरे बच्चों का भविष्य अंधकार में है. उदय शंकर ने कहा कि राशन दुकान में भी बहुत ज्यादा बकाया हो चुका है. अब दुकानदार भी हमें राशन नहीं दे पा रहे हैं, जिससे हमें अपने भरण पोषण में भी तकलीफ होने लगी है.आला अधिकारी भी बात नहीं सुनते हैं
लोगों से जब हम उधार मांगने जाते हैं, तब लोग हमें उधार भी नहीं देते, क्योंकि उन्हें भी पता है कि हमें तनख्वाह ही नहीं मिल रहा. उदय शंकर ने कहा - मैं पिछले 18 साल से एचइसी में कार्यरत हूं और आज मेरी इतनी बदतर स्थिति हो गई है कि मुझे और मेरे परिवार को दर-दर भटकना पड़ रहा है. उदय ने कहा कि जब भी एचइसी में फंड आता है, तो सबसे पहले अधिकारियों को पैसा मिलता है. हम कर्मचारियों और मजदूरों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. आला अधिकारी भी हमारी बात नहीं सुनते हैं. इसे भी पढ़ें- बनारस">https://lagatar.in/the-roadmap-of-banaras-makes-the-roadmap-for-the-development-of-the-country-modi/">बनारसके रोडमैप से देश के विकास का रोडमैप बनता है : मोदी [wpse_comments_template]
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