Ranchi : कोरोना महामारी का असर सभी क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, एचईसी कंपनी अफसरों व कर्मियों को प्रतिदिन रोस्टर के मुताबिक बुला रही है. कंपनी में रोजाना 50 प्रतिशत कर्मचारी ही अपना योगदान दे रहे हैं. जिसका असर कंपनी के उत्पादन पर देखने को मिल रहा है. एचईसी का उत्पादन 60 प्रतिशत तक घट गया है. वहीं कारखाना में मशीनों का उपयोग मात्र 30 प्रतिशत ही हो पा रहा है. कार्यशालाओं में कई मशीनों का इस्तेमाल पिछले एक माह से हुआ ही नहीं है.
एचईसी प्रबंधन के आला अफसरों का कहना है कि वर्ष 2020 में भी कोरोना की वजह से कंपनी उत्पादन लक्ष्य नहीं प्राप्त कर सकी थी. वर्ष 2021 के पहले तीमाही में ही कंपनी का उत्पादन पूरी तरह से प्रभावित हो गया. वर्तमान में कंपनी कुछ महत्पूर्ण कार्य कर रही है. जिस काम को रोका नहीं जा सकता है. वर्तमान में कंपनी में स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों की संख्या 3500 है. जिसमें अभी रोजाना 1100 कर्मचारी ही तीनों सिफ्ट में आ रहे हैं. अगले दो-चार माह यही स्थिति रही, तो कंपनी के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाएगा. कई महत्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण कार्य प्रभावित हो जाएगा.
हर चुनौती का सामना करेगी कंपनी, मगर नहीं कटेगा कर्मचारियों का वेतन
देश-विदेश में अपने काम का लोहा मनवा चुकी एचईसी अब 2021 में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. एचईसी अफसरों की मानें तो चुनौतियां कैसी भी हों. लेकिन एचईसी लगातार हर लक्ष्य को तेजी से हासिल करते जा रहा है. 2020 में संक्रमण काल के बावजूद एचईसी ने न खुद को एक बेहतर कंपनी के रूप में साबित किया. बल्कि कंपनी के इतिहास में सबसे ज्यादा 2000 करोड़ की ऑर्डर बुकिंग का भी रिकॉर्ड कायम किया. यही नहीं इस संक्रमण काल में भी कंपनी अपने तमाम प्रोजेक्ट को पूरा करने में सफलता हासिल करेगी. कोरोना काल के दौरान किसी भी कर्मचारी की सैलरी में कटौती नहीं होगी. सभी के राशन-पानी के बेहतर इंतजाम का ध्यान रखा जा रहा है.