2015 में हेमंत बिस्व सरमा कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गये. 2016 में उन्होंने भाजपा को जबरदस्त जीत दिलाई
Guwahati : हेमंत बिस्व सरमा असम के नये CM होंगे. खबर है कि भाजपा विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में सरमा नेता चुना गया. जानकारी के अनुसार संसदीय बोर्ड ने असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के ऊपर उनको तरजीह दी थी. बता दें कि असम में विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगातार दूसरी बार जीत दिलाने में हेमंत बिस्व सरमा ने बड़ी भूमिका निभायी थी.
सर्वानंद सोनोवाल ने भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. तब से ही सरमा को CM पद सौंपे जाने की अटकलें लग रही थीं. हालांकि, परंपरा के अनुसार राज्यपाल द्वारा नयी सरकार के गठन तक सोनोवाल से पद पर बने रहने को कहा गया. बताया गया है कि सरमा आज शाम 4 बजे के आसपास राज्यपाल से मिलकर सरकार गठन का दावा पेश करेंगे.
कौन हैं हेमंत बिस्व सरमा?
हेमंत बिस्व सरमा ने छात्र राजनीति की शुरुआत असम स्टूडेंट्स यूनियन से की. उन्हें 1991 में कांग्रेस में अहम पद सौंपा गया. 2001 में तरुण गोगोई के सीएम बनने के बाद 2002 में वे सरकार में मंत्री बने. लेकिन तरुण गोगोई के बाद उनके बेटे गौरव गोगोई के बढ़ते प्रभाव से सरमा की नाराजगी ब़ढ़ने लगी. असम में 2011 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में सरमा सबसे मजबूत बनकर उभरे थे.
कांग्रेस में उन्हें तवज्जो नहीं मिली
जानकारों का कहना है कि इसके बावजूद कांग्रेस में उन्हें तवज्जो नहीं मिली. जबकि गौरव गोगोई पार्टी के उभरते नेता माने गये. जब कांग्रेस में कई कोशिशों के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई, तो 2015 में हेमंत बिस्व सरमा कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गये. 2016 में उन्होंने भाजपा को जबरदस्त जीत दिलाई और पार्टी में अहम किरदार पर आ गये. हालांकि, उस समय भाजपा ने उनकी जगह केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को असम का CM बनाया.