Ranchi/Delhi : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई अपनी याचिका में कहा है कि राजनीति ने प्रेरित होकर उन्हें लैंड स्कैम से जुड़े केस में आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है. ED ने गिरफ्तारी के लिये यह आधार बनाया है कि बड़गाईं अंचल के कर्मचारी के मोबाइल से एक भूखंड से संबंधित बातचीत और दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिन्हें एजेंसी मुझसे जोड़ कर देख रही है, जबकि मेरा उस भूखंड से कोई लेना-देना नहीं है. पूर्व में भी ED ने मुझे समन दिया था, लेकिन वह समन माइनिंग घोटाला का था. उस मामले में समन के बाद मैं ED की पूछताछ में शामिल भी हुआ. इसके साथ ही याचिका में कहा गया है कि गिरफ्तारी और उसके परिणामस्वरूप हिरासत को अनुचित, मनमाना, अवैध और भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गारंटीकृत और संरक्षित याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन घोषित करते हुए अदालत प्रतिवादी को याचिकाकर्ता को तुरंत मुक्त करने का निर्देश दें. बहरहाल अब मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है और शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई होनी है. अदालत में सुनवाई के दौरान क्या होता है यह देखना काफी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का शुक्रवार को जो भी आदेश होगा उसका सीधा और बड़ा असर झारखंड की राजनीति पर पड़ेगा.
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