Ranchi: विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ गुरुवार को लेगे. शपथ ग्रहण समरोह को भव्य बनाने के लिए तैयारीयां जोरो पर है. 28 नवंबर की शाम 4:00 बजे रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया है. शपथ ग्रहण समारोह गठबंधन की एकजुटता को प्रदर्शित करने के साथ-साथ समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की गई है.
इस समारोह में कई बड़े राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे, जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष लोकसभा, तेजस्वी यादव,शरद पलार, कोंराड कोंगकल संगमा मुख्यमंत्री मेघालय, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, हिमाचल के सीएम सुखविन्द्र सिंह सुखू, पूर्व सीएम महाराष्ट्र उद्धव ठाकरे, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, तेलंगाना सीएम रेवंच रेड्डी के अलावा मनीष सिसोदिया, डीके शिवाकुमार, उदय स्टालिन, महबूबा मुफ्ती, कपिल सिब्बल, दीपांकर भट्टाचार्य, नवीन पटनायक के अलावा और भी कई नाम हैं.
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अकेले शपथ लेने के पीछे की वजहें
हेमंत सोरेन अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना इसलिए है क्योंकि गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच कैबिनेट गठन को लेकर चर्चा अभी पूरी नहीं हुई है. गठबंधन सहयोगियों को संतुष्ट करना एक बड़ी चुनौती है और कैबिनेट में कौन-कौन शामिल होंगे, इसका फैसला बाद में किया जाएगा. गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला अभी तय नहीं हुआ है. विशेष रूप से भाकपा माले का कैबिनेट में शामिल होना या न होना 1-2 दिसंबर के बाद ही स्पष्ट होगा. झारखंड में सीएम समेत अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं, ऐसे में संतुलन बनाना जरूरी है.
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