- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- अपनी नाकामी छिपाने के लिए प्रधानमंत्री को दिन-रात कोसते रहते हैं हेमंत
Jamshedpur : पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी नाकामी छिपाने के लिए दिन-रात केंद्र की मोदी सरकार को कोसते रहते हैं. सरकार चलाना उनके बस की बात नहीं है. केंद्र हेमंत सरकार को पूरा सहयोग कर रहा है. इसके बावजूद हेमंत सोरेन पीएम के खिलाफ गैर मर्यादित टिप्पणी करते हैं. वह पूरी तरह अक्षम साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज झारखंड में जो भी स्वास्थ्य सेवाओं में थोड़ा बहुत सुधार दिख रहा है, वह उनकी डबल इंजन सरकार के 5 साल के कार्यों का परिणाम है. राज्य में 3 नए मेडिकल कॉलेज, 108 एंबुलेंस सेवाएं आज निर्णायक साबित हो रही हैं. बड़ी संख्या में नर्स व पारा मेडिकल स्टॉफ की भर्ती हमारी सरकार ने की. उन्हीं की सेवा से लोगों को राहत मिल रही है.
हेमंत को बस राजनीति चमकाने की चिंता
रघुवर दास ने कहा कि रामगढ़ में जिस इंजीनियरिंग कॉलेज में कोविड सेंटर की शुरुआत की है, वह इंजीनियरिंग कॉलेज भी हमारे शासनकाल में ही खोला गया था. पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर में पांच-पांच सौ बेड के अस्पताल बन रहा है. देवघर में एम्स का निर्माण अंतिम चरण में है. ये सब कार्य उनकी सरकार ने पिछले 5 सालों में किया था. रघुवर ने कहा कि अभी यह पूछने का तो समय नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री जब इतना आरोप लगाते हैं तो उन्हें जरूर बताना चाहिए कि पिछले 2 वर्षों में उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है. चिकित्सा क्षेत्र तो क्या किसी भी क्षेत्र में हेमंत उपलब्धियां क्या हैं. हेमंत सरकार के कारण राज्य के 300 बच्चे मेडिकल की पढ़ाई में शामिल होने से वंचित हो गये। लेकिन उन्हें किसी की चिंता नहीं है, केवल अपनी राजनीति चमकाना पसंद है.
केंद्र ने कई योजनाओं में 75 फीसदी तक किया सहयोग
रघुवर ने कहा कि वेंटिलेटर के बिना लोग मर रहे हैं और जो वेंटिलेटर भारत सरकार ने भेजा वे पड़े-पड़े धूल फांक रहे हैं. अब राज्य सरकार उन्हें भाड़े में लगाकर कमाई का साधन बनाने में लगी हुई है. ऐसी सरकार की नाकामी के कारण राज्य में संक्रमण बढ़ रहा है, लोगों की मृत्यु हो रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए मोदी सरकार पूरी इमानदारी से काम कर रही है. पिछले दिनों रिम्स में बनाए गए 450 बेड के जिस कोविड सेंटर का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया है, उसमें भी भारत सरकार ने 75% राशि का सहयोग किया है. इसी प्रकार टेस्टिंग किट में भी भारत सरकार 75% सहयोग कर रही है. ऑक्सीजन प्लांट लगाने सहयोग भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है. गरीबों के भोजन के लिए प्रधानमंत्री ने फिर से 2 महीने तक मुफ्त राशन देने की शुरुआत कर दी है. झारखंड को पिछले चार माह के अंदर आपदा प्रबंधन के तहत 200 करोड़ से अधिक की राशि भारत सरकार द्वारा दी गयी है.