Ranchi: एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी की घटना पर जवाब तलब किया है. अदालत ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच एक तरफ लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में मर रहे हैं और दूसरी तरफ इस तरह की जानकारी मिल रही है कि हज़ारीबाग जिले में 230 ऑक्सीजन सिलेंडर रातों रात गायब हो गए,हाईकोर्ट ने इस प्रकरण पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है. राज्य सरकार ने अगली सुनवाई तक इस मामले में एफिडेविट दायर कर जवाब दाखिल करेगा.वहीं सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूछा है की रिम्स में उपकरण खरीद में देर क्यों हो रही है. जिसपर राज्य सरकार और रिम्स की तरफ से अदालत को बताया गया कि रिम्स में जितने भी जरुरी उपकरणों की खरीददारी की जानी थी, उसकी खरीददारी की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है और जल्द ही सारे उपकरण रिम्स को मिल जायेंगे.
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महाधिवक्ता ने कोर्ट को कराया कोरोना इंतजाम से अवगत
ऑक्सीजन की व्यवस्था के मामले में सरकार ने अदालत को बताया कि सरकार ने अब तक 4 ऑक्सीजन प्लांट लगाया है. और प्रदेशभर में 54 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं ताकि किसी भी मरीज को ऑक्सीजन का आभाव न हो. केंद्र सरकार की तरफ से एएसजी ने कोर्ट को बताया कि 79 हज़ार रेमेडिसीवर अब तक दिए जा चुके हैं और 30 हज़ार डोज दिए जाने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गयी है.
राज्य सरकार की तरफ से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने झारखंड सरकार द्वारा कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार के उठाये गए प्रयासों से अदालत को अवगत कराया.रिम्स की तरफ से अधिवक्ता आकाशदीप ने अदालत के समक्ष पक्ष रखा.इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डॉ रविरंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की बेंच में वीसी के माध्यम से हुई.
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माननीय उच्च न्यायालय का आभार. माननीय न्यायाधीश महोदय से विनम्र आग्रह है की इस मामले में अलग से संज्ञान ले कर तत्काल फैसला दें ताकि भविष्य के लिए एक नजीर बन सके.