Ranchi: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के करीबी और उनके प्रेस सलाहकार रहे सुनील तिवारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के केस में ट्रायल कोर्ट द्वारा चार्जफ्रेम किए जाने के आदेश पर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. जिसके बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. सुनील तिवारी की याचिका पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत में सुनवाई हुई. उनकी ओर से अधिवक्ता प्रशांत पल्लव और पार्थ जालान ने पक्ष रखा. गुरुवार को इस केस में दोनों पक्षों की ओर से अंतिम बहस हुई. बता दें कि खूंटी की एक युवती ने सुनील तिवारी पर दुष्कर्म करने और जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए गाली देने का आरोप लगाया है. युवती ने 16 अगस्त 2021 को रांची के अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है. प्राथमिकी में पूरे घटनाक्रम का क्रमवार जिक्र किया गया है.
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