Tarun Kumar Choubey
Ranchi : राजधानी रांची की बेटी हीर कौर की पहली हॉलीवुड फिल्म मदर टेरेसा एंड मी शुक्रवार को थिएटर में रंग जमाने को तैयार है. हीर कौर ने लगभग 100 विज्ञापन फिल्में भी की हैं. इनमें डॉमिनोज, तनिष्क सहित देश के कई प्रसिद्ध ब्रांड के उत्पादों की विज्ञापन फिल्में शामिल हैं. जिससे उन्हें अलग पहचान मिली है. उन्होंने टीवीएफ की वेब सीरीज एनसीआर डेज में भी काम किया है. टेड टॉक में भी अपने करियर के बारे में साझा किया. कम उम्र में फिल्मों के जरिये माया नगरी मुंबई में अलग पहचान बना चुकीं हीर कौर ने अपनी सफलता की कहानी शुभम संदेश और लगातार डॉट इन से साझा की. आइये जानें हीर की सफलता की दास्तान उनकी ही जुबानी…
नोकिया फोन के विज्ञापन के बाद कामयाबी की सीढ़ी चढ़ती गयी
रांची से स्कूली शिक्षा के साथ ही साथ बीआईटी, मेसरा से बीबीए की पढ़ाई पूरी करने बाद घूमने के मकसद से वर्ष 2017 में मुंबई अपनी बड़ी बहन के पास गयी थी. बड़ी बहन मुंबई में मॉडलिंग करती है. एक दिन अचानक बहन के साथ रैंडम सूट पर गयी, जहां पता चला कि विज्ञापन के लिए ऑडिशन चल रहा है. दीदी के कहने पर मैंने भी ऑडिशन दे दिया और विज्ञापन के लिए चुन ली गयी. ऑडिशन नोकिया फोन के विज्ञापन का था, जो पूरी तरह से म्यूजिकल था. उस विज्ञापन ने उतना धूम नहीं मचाया और न ही उससे बहुत माइलेज मिला, लेकिन वो कहते हैं न कि स्लो एंड स्टिडी विन्स द रेस, कुछ इसी तरह मैं विज्ञापन की दुनिया में काम करती रही. नोकिया का विज्ञापन करने के एक महीने के बाद ही पेटीएम गोल्ड कार्ड का विज्ञापन मिल गया. इसके बाद बाद मैंने पीछे मुंड कर नहीं देखा और कामयाबी की सीढ़ी चढ़ती गयी. यहीं से मेरा अदाकारी का सफर शुरू हो गया. यदि मैं मुंबई घूमने नहीं गयी होती, तो शायद आज कहीं और होती.
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मुंबई तक का सफर इतना आसान नहीं था
हीर कौर बताती हैं कि मुंबई तक का सफर इतना आसान भी नहीं था. मैंने कभी सोचा भी नबीं था कि मुंबई आकर काम करना शुरू करेंगी. मुंबई आना और यहां काम करना एक सपने जैसा था. साल 2010 में पिता के आकस्मिक निधन के बाद परिवार पर थोड़ा दबाव पड़ा, खास कर मां पर. लेकिन तमाम परेशानियों के बावजूद मां ने उन्हें सपोर्ट किया. काफी मेहनत की, तभी इस मुकाम तक पहुंची हूं. जब मैं छोटी थी, तो तो काफी इंट्रोवर्ट थी. जल्दी लोगों से बात नहीं कर पाती थी, न ही उनसे कनेक्ट नहीं कर पाती थी.
मां के सपोर्ट से मिली हिम्मत
परिवार में मां के अलावा उनका एक छोटा भाई और बहन है. बहन पहले से ही मुंबई में मॉडलिंग करती थीं और भाई फिलहाल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. पिता की मृत्यु के बाद मां का बहुत सपोर्ट रहा. रिश्तेदारों ने तो बहुत कुछ कहा, पर उन्होंने उनकी बातों पर ध्यान ही नहीं दिया और हिम्मत नहीं हारी. अपने काम पर फोकस किया, मेहनत की और इस मुकाम पर पहुंची हूं. मां के आशीर्वाद और सपोर्ट के वजह से शुक्रवार को उनकी नई फिल्म रिलीज हो रही है. उनकी चाहत है कि देश-दुनिया में झारखंड की बेटियों की पहचान बने. आज जैसे क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी की वजह से रांची और झारखंड को अलग पहचान मिली है, उसकी तरह से उनकी भी अलग पहचान बने और अभिनय की दुनिया में उनके नाम व काम की वजह से रांची और झारखंड को लोग जानें.
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