LagatarDesk : होली के आठ दिन पहले होलाष्टक की शुरुआत होती है. हिंदू कलेंडर के अनुसार, होलाष्टक आज 27 फरवरी से शुरू हो रहा है, जो 7 मार्च तक चलेगा. हिंदू धर्म में होलाष्टक का विशेष महत्व है. इसके पीछे कई धार्मिक मान्यताएं भी हैं. कहा जाता है कि होलाष्टक की शुरुआत वाले दिन ही शिवजी ने कामदेव को भस्म कर दिया था. इसलिए फाल्गुन मास की अष्टमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तक किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करना अशुभ माना जाता है. (पढ़ें, झारखंड विधानसभा का बजट सत्र : राज्यपाल का अभिभाषण शुरू, राष्ट्रगान के दौरान 7 अधिकारी बैठे रहे)
होलाष्टक में भूलकर ना करें ये काम
हिंदू मान्यता के अनुसार, होलाष्टक के इन आठ दिनों में नवग्रह उग्र रूप में होते हैं. जिसकी वजह से उनके शुभ फल नहीं प्राप्त हो पाते हैं और किसी भी किये जाने वाले कार्य में अमंगल की आशंका बनी रहती है. पंचांग के अनुसार, होलाष्टक के समय मुंडन, नामकरण, विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार की शुरुआत आदि मांगलिक कार्य को करना अत्यंत ही अशुभ माना गया है. ऐसे में किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य को इन आठ दिनों में करने से बचना चाहिए.
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8 दिन तक संभलकर रहे इन पांच राशि के जातक
ज्योतिषियों के अनुसार, होलाष्टक की इस अवधि में पांच राशि के जातकों को बहुत संभलकर रहना पड़ेगा.
मिथुन- होलाष्टक की अवधि में मिथुन राशि के जातकों को बहुत सावधान रहना होगा. आपको बेवजह का तनाव घेर सकता है. लोगों के साथ वाद-विवाद या अनबन हो सकती है. कार्य-व्यापार में विशेष रूप से सावधानी बरतनी होगी. रिश्तों में समस्याएं आ सकती हैं. खर्चों में वृद्धि हो सकती है. आय के साधनों पर बुरा असर पड़ सकता है. इस दौरान किसी के साथ रुपयों का लेन-देन न करें.
कर्क- कर्क राशि वालों को घरेलू समस्याओं से बचकर रहना होगा. भूमि-भवन से जुड़े विवाद आपकी परेशानी का बड़ा कारण बन सकते हैं. पैतृक संपत्ति को लेकर दिक्कतें हो सकती हैं. बने-बनाये काम बिगड़ने का खतरा रहेगा. कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले शुभचिंतकों की राय अवश्य लें. रोजी-रोजगार के लिए भटक रहे लोगों का इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है.
वृश्चिक- खर्चों पर अकुंश न बढ़ाने से आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है. बेवजह की चीजों पर धन बिल्कुल खर्च न करें. जरूरी कार्यों में जल्दबाजी से बचना होगा. बहस या विवाद में पड़ने से बचें. इस अवधि में किसी भी बड़े निवेश से पहले शुभचिंतिकों की सलाह अवश्य लें. नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी समय अनुकूल नहीं है. गृह प्रवेश, भवन निर्माण की शुरुआत, मुंडन, हवन या महंगी वस्तुओं की खरीदारी बिल्कुल न करें.
मकर- होलाष्टक की अवधि में मकर राशि के जातकों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. रिश्तों में तनाव आने की संभावना है. जरूरी कार्यों में अड़चन अनुभव कर सकते हैं. सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतनी होगी. स्वास्थ्य सलाहों की अनदेखी से बचें. इस अवधि में अपने सीक्रेट किसी से शेयर न करें. रुपये-पैसे के मामले में सावधानी बरतें. इस अवधि में न तो किसी से पैसा उधार लें और न ही पैसा उधार दें.
कुंभ- होलाष्टक के दौरान कुंभ राशि के जातकों को आलस्य और अभिमान से बचना होगा. किसी भी काम को कल पर टालने की आदत आपके लिए बड़े नुकसान का कारण बन सकती है. अपने सभी कार्य समय पर पूरा करने का प्रयास करें. अन्यथा आपके हाथ से अच्छा अवसर निकल सकते हैं. पार्टनरशिप का बिजनेस कर रहे लोगों को अपना कारोबार दूसरे के भरोसे छोड़ने से बचना होगा. इस तरह की गलतियां आपको कंगाल कर सकती हैं.
होलाष्टक में इन उपायों को करने से कष्टों से मिलेगी मुक्ति
मान्यता है कि होलाष्टक के इन आठ दिनों में भगवान श्री विष्णु के नरसिंह अथवा कृष्णवतार की पूजा करने पर साधक को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और पूरे साल उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. होलाष्टक पर कलयुग के देवता माने जाने वाले चिरंजीवी हनुमान जी की साधना भी सभी प्रकार के कष्टों को दूर करने वाली मानी गयी है. होलाष्टक पर पूजा-पाठ एवं मंत्र जप के अलावा दान का भी बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. ऐसे में इन आठ दिनों में जरूरतमंद व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार अन्न, धन आदि का दान भी करना चाहिए.
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