पुल का किनारा धंस गया
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात को 85 टन का भारी वाहन पुल से गुजर रहा था. इससे पुल का किनारा धंस गया. ड्राइवर को पुल धंसने का एहसास हुआ तो वाहन को वहीं रोक दिया. बता दें कि कथारा प्रक्षेत्र के गोविंदपुर परियोजना से कथारा और जारंगडीह कोलियरी में कोल ट्रांसपोर्टिंग कोनार नदी में बने लालपुल के रास्ते होता है. बीती रात गोविंदपुर परियोजना से हॉलपेक जारंगडीह कोलियरी जा रही थी. इसी दौरान लालपुल पर अटक गई. मरम्मत करने के बाद हॉलपेक को वहां से बाहर निकाला जा सका. इस दौरान बोकारो थर्मल से गोमिया जाने का रास्ता बंद हो गया. पुल पर यह समस्या होती है. इसे लेकर ग्रामीणों ने प्रबंधन से सड़क मरम्मत करने की मांग की है. उन्होंने कुछ देर हॉलपेक निकालने में लगे सीसीएलकर्मियों को काम करने से रोक दिया. पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद काम शुरू हो सका. इसे भी पढ़ें- अफगानिस्तान">https://lagatar.in/the-exercise-to-form-a-new-government-in-afghanistan-intensified-mullah-mohammad-hassan-akhund-may-get-the-command/">अफगानिस्तानमें नयी सरकार के गठन की कवायद तेज, मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को मिल सकती है कमान
1993 में लालपुल बना था
बताया जाता है कि सीसीएल ने गोविंदपुर परियोजना से कोल ट्रांसपोर्टिंग के लिए 1993 में कोनार नदी में यह पुल बनाया था. इसके पहले गोविंदपुर से कोल ट्रांसपोर्टिंग डीवीसी के बोकारो थर्मल के आवासीय कॉलोनी से होता था. इससे लोगों को परेशानी होती थी. इसमें डीवीसी को भी आपत्ति थी. इसलिए सीसीएल ने कोनार नदी पर लोहा पुल का निर्माण कराया और कोयला ट्रांसपोटिंग इस मार्ग से शुरू किया. पुल के बने करीब 28 वर्ष हो चुके हैं. वाहनों के आवागमन और हर साल नदी का बाढ़ झेल रहा यह पुल काफी जर्जर हालत में है. जगह-जगह लोहा सड़ कर टूट चुका है. कई हादसे भी हो चुके हैं. सीसीएल प्रबंधन इस पर आश्वासन देता रहता है, लेकिन पुल का मरम्मत नहीं हुआ है. यही स्थिति रही तो किसी दिन बड़ा हादसा होने से इनकार भी नहीं किया जा सकता है. इसे भी पढ़ें- BREAKING">https://lagatar.in/breaking-acb-team-nabs-mgm-police-station-si-mohan-singh-for-accepting-bribe/">BREAKING: एमजीएम थाना के एसआई मोहन सिंह को रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने दबोचा [wpse_comments_template]
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