Jammu/Kashmir : जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि जम्मू कश्मीर ने 30 वर्षों तक पाकिस्तान द्वारा राष्ट्र-प्रायोजित आतंकवाद को झेला है लेकिन सीमा पार समर्थन से फला-फूला आतंकवाद का पारिस्थितिकी तंत्र अब अलग-थलग कर दिया गया है. सिन्हा ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश अब एक नया युग देख रहा है जिसने वृद्धि और शांति की असीम संभावनाएं खोल दी हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Srinagar: J&K has always been the center of knowledge, wisdom & breathtaking landscape. For 30 years this land of peacefulness had to suffer from state-sponsored terrorism by our neighbouring country. However, PM Modi brought development schemes that empowered the state.… pic.twitter.com/1ALP5l3cbI
— ANI (@ANI) May 23, 2023
J&K Lt Governor Manoj Sinha, Union Ministers G Kishan Reddy and Dr Jitendra Singh and G20 Sherpa Amitabh Kant participate in the third G20 Tourism Working Group meeting underway in Srinagar.
This is the second day of the 3-day meeting. pic.twitter.com/HoUoedHUwt
— ANI (@ANI) May 23, 2023
Day 2: G20 tourism meeting in Srinagar, people laud development in J-K
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— ANI Digital (@ani_digital) May 23, 2023
जम्मू कश्मीर में तेज गति से विकास हो रहा है
उन्होंने यहां एसकेआईसीसी में जी20 देशों की पर्यटन पर कार्यकारी समूह की बैठक के उद्घाटन सत्र में कहा, सभी धार्मिक समुदाय के साथ मिलकर शांतिपूर्ण निवास वाली इस भूमि ने लगभग 30 साल तक हमारे पड़ोसी देश के राष्ट्र-प्रायोजित आतंकवाद को झेला है. उपराज्यपाल ने कहा कि पर्यटन कार्यकारी समूह की जी20 बैठक की मेजबानी करना केंद्र शासित प्रदेश के 1.3 करोड़ नागरिकों के लिए गर्व की बात है. सिन्हा ने कहा कि दुनिया देख सकती है कि पूरा समाज खासतौर से युवा पीढ़ी अपने तथा देश के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की पटकथा लिख रही है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जिस गति और पैमाने पर तेजी से विकास हो रहा है, वह बेहद प्रेरणादायक है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अन्याय, शोषण और भेदभाव पूरी तरह खत्म कर दिया
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गयी विकासात्मक योजनाओं और केंद्र शासित प्रदेश के प्रभावी प्रशासन से आतंकवाद की पारिस्थितिकी अब अलग-थलग कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अन्याय, शोषण और भेदभाव को पूरी तरह खत्म कर दिया है जिसका समाज के कई वर्गों ने सात दशक तक सामना किया. सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर कुछ उपलब्धियों के मामले में भारत के विकसित क्षेत्रों में शामिल है और हम आर्थिक तथा सामाजिक दोनों रूप से लोगों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि अब जम्मू कश्मीर में विदेशी निवेश भी आ रहा है जो आर्थिक उन्नति का संकेत है जिसकी ओर लोग उत्सुकता से देख रहे हैं.
जम्मू कश्मीर को लोकतंत्र की विशेषताओं का लाभ उठाना चाहिए
उन्होंने कहा कि यह कदम भारत के उस संकल्प को दिखाते हैं कि जम्मू कश्मीर को भी लोकतंत्र की विशेषताओं का लाभ उठाना चाहिए जैसे कि बाकी के राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को मिलता है. उपराज्यपाल ने कहा कि जमीनी लोकतंत्र मजबूत हुआ है, नये उद्योग आ रहे हैं, तेजी से कृषि विकास हमारे गांवों को समृद्ध बना रहा है, बुनियादी ढांचा विकास तेजी से हो रहा है. पर्यटन में वृद्धि का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा कि पिछले साल रिकॉर्ड 1.8 करोड़ से अधिक पर्यटक केंद्र शासित प्रदेश आए थे. पिछले साल जम्मू कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन का योगदान सात प्रतिशत से अधिक है.
जम्मू कश्मीर में पिछले साल 300 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हुई
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले साल 300 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हुई और करीब चार दशक के लंबे विराम के बाद जम्मू कश्मीर ने बॉलीवुड के साथ अपने संबंध फिर से स्थापित कर लिये और 2021 में एक फिल्म नीति की शुरुआत की ताकि फिल्म क्षेत्र में अधिक निवेश आए और जम्मू कश्मीर को फिल्मों की शूटिंग के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बनाया जाये. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर दुनिया के शीर्ष 50 पर्यटक स्थलों में अपनी जगह बनायेगा और इसका नाम दुनियाभर के पर्यटकों की सूची में होगा.
वुलर झील के किनारे सबसे बड़ा पुस्तक गांव बना रहा है
सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा जिले में वुलर झील के किनारे सबसे बड़ा पुस्तक गांव बना रहा है और उन पर्यटकों के लिए पैदल चलने के कई मार्ग बना रहा है जो प्रकृति की नीरवता पसंद करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य आकर्षक विरासत स्थलों की सुंदरता को संरक्षित करना है. उन्होंने कहा, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि केवल शांति और लोगों की खुशी ही आतिथ्य सत्कार में गर्मजोशी ला सकती है, हम भारतीय हमेशा इसका आनंद लेते हैं. मैं यहां यह बताना चाहूंगा कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन भारत के बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतिबिंब है.