Nainital : उत्तराखंड के जंगलों में आग लग जाने की खबर है. नैनीताल भवाली रोड पर पाइंस के जंगलों में भीषण आग लगने के कारण सड़कों पर धुआं छाया हुआ है. हाई कोर्ट कॉलोनी तक आग पहुंच गयी है. वाहनों की आवाजाही बाधित हो गयी है. नैनीताल के पास लड़ियाकांटा में भी आग लग गयी है. आग की चपेट में भारतीय सेना के क्षेत्र भी आ सकते हैं. इस आशंका से सेना के जवान भी आग बुझाने में काम में युद्ध स्तर पर जुट गये हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Nainital Fire | IAF Mi-17 helicopter takes water from Bhimtal Lake in Nainital as the Forest Department calls in the Indian Air Force and Indian Army for help in controlling the fire in Nainital which has been going on for more than 36 hours and burnt hectares of forest. pic.twitter.com/L6HnLbPU3W
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 27, 2024
#WATCH | Dehradun: On the Nainital forest fire, Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, “The forest fires are a challenge for us. This is a big fire. We are working for all the essential needs. We have asked for help from the Army… I am going to conduct a meeting in Haldwani… pic.twitter.com/ANVPbSgfGP
— ANI (@ANI) April 27, 2024
नैनीताल का आईटीआई भवन भी आग की चपेट में
तेज हवाओं के कारण दमकल विभाग की टीम को आग पर काबू पाने में मशक्कत करनी पड़ रही है. नैनीताल का आईटीआई भवन भी आग की चपेट में आ गया है. प्रशासन हेलिकॉप्टर के जरिए नैनीताल और भीमताल झील से पानी लेकर आग बुझाने का प्रयास की कवायद में जुट गया है. जिला प्रशासन ने आग को देखते हुए नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है.
धामी ने सभी विभागों के अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे आपसी समन्वय से आग रोकने के उपाय करें. खबरों के अनुसार नैनीताल समेत कुमाऊं के जंगलों में आग लगी है. नैनीताल के भीमताल, मुक्तेश्वर बलदियाखान, ज्योलिकोट, मंगोली, खुरपाताल, देवीधुरा, भवाली, पाईनस समेत आसपास के जंगलों में आग फैलती जा रही है. आग लगने के कारण पाइंस क्षेत्र स्थित हाईकोर्ट कॉलोनी के निवासी खतरे में पड़ गये हैं.
24 घंटों में आग लगने की 31 घटनाएं, 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित
नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चन्द्रशेखर जोशी ने जानकारी दी है कि कि विभाग ने आग बुझाने के लिए मनोरा रेंज के 40 कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया है. वन विभाग का कहना है कि पिछले 24 घंटों में राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 घटनाएं, गढ़वाल क्षेत्र में पांच घटनाएं हुईं हैं. 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र आग से प्रभावित हुआ है.
जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार
बताया गया है कि पिछले साल एक नवंबर से अब तक उत्तराखंड में जंगल में आग लगने की लगभग 575 घटनाएं हुई हैं. आग लगने से 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है. सूत्रों के अनुसार जखोली और रुद्रप्रयाग के दो अलग-अलग क्षेत्रों में जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार किये गये हैं. रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने जानकारी दी है कि आग को रोकने के लिए गठित टीम ने जखोली के तड़ियाल गांव के भेड़पालक नरेश भट्ट को जंगल में आग लगाते समय मौके से पकड़ा गया है. भेड़पालक ने बताया कि उसने अपनी भेड़ चराने के लिए नयी घास उगाने के लिए आग लगाई थी.