Ranchi : राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर कोकर डिस्टलरी पुल के समीप समाधी स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा को जितना भी याद किया जाए, वह कम है. देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले ऐसे पुरोधा के योगदान को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश तरक्की करे और अच्छी पहचान बनाए. भगवान बिरसा मुंडा को याद करें.
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर आज राज भवन में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।#भगवान_बिरसा_मुंडा pic.twitter.com/rAA37eaLzL
— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) June 9, 2025
नेता प्रतिपक्ष ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी धरती आबा को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि आदिवासी स्वाभिमान, भूमि अधिकार, सांस्कृतिक पहचान और मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ उलगुलान का नेतृत्व कर उन्होंने आदिवासी समाज को एकता और आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। आदिवासी समाज के उत्थान में भगवान बिरसा मुंडा का संघर्ष और योगदान हम सबों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है.
आदिवासी स्वाभिमान, भूमि अधिकार, सांस्कृतिक पहचान और मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 9, 2025
अंग्रेज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ उलगुलान का नेतृत्व कर उन्होंने आदिवासी समाज को एकता और… pic.twitter.com/ZAIyPRfPmX
पीएम के नेतृत्व में आदिवासी समाज के लिए उठाए गए हैं ठोस कदम
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए सकारात्मक और ठोस कदम उठाए हैं. भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति में समर्पित म्यूजियम से लेकर राष्ट्रपति भवन में स्थापित जनजातीय दर्पण संग्रहालय तक, यह स्पष्ट है कि मोदी जी की सरकार आदिवासी इतिहास, संस्कृति और योगदान को गर्व के साथ सहेज रही है.