योगी ने कहा, विदेशी आक्रांताओं का गुणगान करना बंद किया जाना चाहिए. क्योंकि जब संभल जैसी सच्चाई सामने आयेगी, तो उनमें से किसी का भी मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा
Lucknow : मैं योगी हूं और हर संप्रदाय और धर्म का सम्मान करता हूं. लेकिन कोई जबरन किसी जगह पर कब्जा करे और किसी की आस्था को खत्म करे, यह स्वीकार्य नहीं है. संभल में 68 तीर्थस्थल थे. हम अब तक केवल 18 ही खोज पाये हैं. कहा कि अभी हाल ही में संभल में 56 साल बाद एक शिव मंदिर में जलाभिषेक किया गया. यह बयान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का है
“When truths like Sambhal are revealed, some people won’t be able to show their face,” UP CM Yogi Adityanath
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— ANI Digital (@ani_digital) March 12, 2025
भारत के संसाधनों का दुरुपयोग करने वालों को अपना DNA टेस्ट करवाना चाहिए
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू में कहा कि हाल ही में भारत में गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने कहा था कि जब उनका DNA टेस्ट होगा तो वो भारत का होगा. कहा कि लोग भारत के संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं, उन्हें अपना DNA टेस्ट करवाना चाहिए. योगी ने कहा, विदेशी आक्रांताओं का गुणगान करना बंद किया जाना चाहिए. क्योंकि जब संभल जैसी सच्चाई सामने आयेगी, तो उनमें से किसी का भी मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा.
महाकुंभ सनातन धर्म के सच्चे स्वरूप की एक झलक है
महाकुंभ पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात रखी. महाकुंभ को सनातन धर्म का सच्चा प्रतिनिधित्व करार देते हुए कहा, महाकुंभ सनातन धर्म के सच्चे स्वरूप की एक झलक है. दुनिया ने इस झलक को बड़े आश्चर्य और जिज्ञासा के साथ देखा. महाकुंभ से यूपी को देश और दुनिया के सामने अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करने का अवसर मिला. महाकुंभ के माध्यम से दुनिया ने भारत की असली पहचान देखी, जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की है.
महाकुंभ 2025 की स्वच्छता पर सवाल उठाने के लिए अखिलेश यादव की आलोचना की
महाकुंभ के बारे में नकारात्मक टिप्पणी करने के लिए सीएम योगी ने कांग्रेस-सपा की आलोचना करते हुए कहा, वे हर अच्छी पहल का विरोध करते हैं. हर अच्छे काम का विरोध करते हैं. उन्होंने महाकुंभ 2025 की स्वच्छता पर सवाल उठाने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की आलोचना की. कहा, जो लोग नकारात्मक टिप्पणी कर रहे हैं, उन्होंने अपने समय में गंदगी, अव्यवस्था और अराजकता का माहौल बनाया है. जो लोग हमारे स्वच्छ महाकुंभ की आलोचना कर रहे हैं, 2013 में जब मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रयागराज आये थे और संगम गये थे. उन्होंने गंदगी, अव्यवस्था और कीचड़ देख डुबकी लगाने से मना कर दिया था. उन्होंने दूर से ही आंखों में आंसू लिये श्रद्धांजलि दी और चले गये.
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