NewDelhi : लोकसभा और राज्यसभा में संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र आज 11 बजे से शुरू हुआ. संसद सत्र की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई. इसके बाद राज्यसभा के नये सदस्यों को शपथ दिलायी गयी. पीएम मोदी ने 75 साल की संसदीय यात्रा पर चर्चा शुरू की. पीएम मोदी ने कहा कि अब देश के लिए आगे बढ़ने का अवसर है. अब हम पुराना संसद भवन छोड़ नये संसद भवन में प्रवेश करेंगे. लेकिन पुराना भवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा. पीएम ने पुराने संसद भवन के एक-एक ईंट को प्रणाम किया. (पढ़ें, चंदवा : पेट्रोल पंप लूटकांड का खुलासा, हथियार के साथ एक अपराधी गिरफ्तार)
#WATCH जब आतंकी(संसद भवन पर) हमला हुआ यह आतंकी हमला किसी इमारत पर नहीं बल्कि एक प्रकार से लोकतंत्र की जननी, हमारी जीवित आत्मा पर हमला था। उस घटना को देश कभी नहीं भूल सकता। मैं उन लोगों को भी नमन करता हूं जिन्होंने आतंकवादियों से लड़ते हुए संसद और उसके सभी सदस्यों की रक्षा के लिए… pic.twitter.com/Zfl7bq2MHB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2023
पुरानी इमारत भी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी
प्रधानमंत्री ने पुराने संसद भवन का जिक्र करते हुए कहा कि इस परिसर के निर्माण का फैसला भले ही विदेशी शासकों ने किया था, लेकिन इसका निर्माण भारत के लोगों की कड़ी मेहनत, पसीने और धन से किया गया था. उन्होंने कहा कि इन 75 वर्षों में अनेक लोकतांत्रिक परंपराएं बनीं और इसमें सभी ने योगदान दिया है. हम नई इमारत में जा सकते हैं, लेकिन पुरानी इमारत भी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी. पुराने संसद भवन को अलविदा कहना एक भावनात्मक क्षण है. इसके साथ कई खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हुई हैं. यह भारत की यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय है. नये परिसर में जाने से पहले इस संसद भवन से जुड़े प्रेरणादायक क्षणों को याद करने का समय आ गया है.
वर्तमान सांसदों के लिए यह विशेष सौभाग्य का विषय है और वह इसलिए क्योंकि हमें इतिहास और भविष्य दोनों की कड़ी का हिस्सा होने का अवसर मिला है। हम नए संसद में जाएंगे तो एक नए विश्वास के साथ जाएंगे। मैं सभी सदस्यों व अन्य के द्वारा दिए गए अपने योगदान के लिए धन्यवाद करता हूं: संसद के… pic.twitter.com/41Eo5gggBe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2023
जी20 की सफलता 140 करोड़ भारतीयों की है, किसी व्यक्ति या पार्टी की नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नेहरू से लेकर शास्त्री और वाजपेयी तक, इस संसद ने कई नेताओं को भारत के बारे में अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते देखा है. मोदी ने कहा कि इस संसद भवन में अनेक अवसर ऐसे आये जब सदस्यों के आंसू भी बहे. उन्होंने तीन-तीन प्रधानमंत्रियों पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी के निधन पर सदस्यों की विह्वलता का भी उल्लेख किया. प्रधानमंत्री ने जी20 शिखर सम्मेलन की भी चर्चा की. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित सम्मेलन की सफलता का श्रेय देश की समस्त जनता को दिया. उन्होंने कहा कि यह किसी एक व्यक्ति या किसी एक पार्टी की सफलता नहीं है. यह हर किसी के लिए जश्न की बात है. उन्होंने कहा कि जी20 की सफलता 140 करोड़ भारतीयों की सफलता है, किसी एक व्यक्ति या एक पार्टी की नहीं.
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