- हजारों कार्यकर्ताओं ने कटहल मोड़ से राजभवन तक निकाली पदयात्रा
- किया विरोध- प्रदर्शन, 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया
- पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात भी शामिल हुईं, मोदी सरकार पर बरसीं
Ranchi : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के हजारों कार्यकर्ताओं ने 20 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को कटहल मोड़ से पिस्कामोड़ होते हुए राजभवन तक पदयात्रा की. केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. इसमें पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात भी शामिल हुईं. मोदी सरकार को जम कर कोसा. वहीं सुरेश मुंडा ने कहा कि उनके भाई शहीद सुभाष मुंडा की हत्या के साजिशकर्ताओं की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो झारखंड बंद किया जाएगा. राज्य की मुख्य सड़कों को बंद कर दिया जाएगा. कहा कि एक साजिश के तहत सुभाष मुंडा का हत्या की गयी है.
झारखंड में रैयतों पर हावी हो गये हैं भू-माफिया- वृंदा करात
पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गद्दी से उतारे जाने तक देश में जगह- जगह विरोध किया जाएगा. गरीब जनता पर टैक्स लगाया जा रहा है. पूंजीपतियों की झोली को भरने का काम किया जा रहा है. झारखंड में भू-माफिया रैयतों पर हावी हो गये हैं. खुलेआम गरीबों की जमीन लूटी जा रही है. केंद्र सरकार ने जी 20 में विश्व के पूंजीपतियों को बुलाया. गरीबी नहीं दिखे, इसलिए बड़े -बड़े कटआउट लगाकर गरीबों की हजारों झुग्गी झोपड़ी को ढंकने का काम किया गया. केंद्र सरकार आदिवासी मूलवासी विरोधी सरकार है. वनाधिकार कानून लागू कर जंगल में रहने वाले आदिवासियों को भगाने का प्रयास किया जा रहा है. मौके पर जिला कमेटी सदस्य प्रकाश टोप्पो, सुरेश मुंडा, छोटन देवी, सुखनाथ लोहरा, बुधराम उरांव, मधुवा कच्छप, महेश मुंडा, निलिमा तिर्की समेत सैकड़ों नेता शामिल थे.
ये हैं इनकी मांगें
- शहीद सुभाष मुंडा की हत्या के साजिशकर्ताओं को अविलंब गिरफ्तार करना होगा. सभी दोषियों को कड़ी सजा देनी होगी.
- आदिवासी, दलितों, पिछड़ों व अन्य रैयतों की जमीन की भू-माफिया व अपराधी तत्वों द्वारा की जा रही अवैध लूट पर अविलंब रोक लगे.
- – राज्य में बिगड़ती विधि व्यवस्था व हत्या जैसे बढ़ते अपराधों पर रोक लगाये.
- जमीन की खतियानी व पंजी टू के ऑनलाइन रिकार्ड की गलतियों को पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर हल निकाला जाए.
- जनवितरण प्रणाली के तहत सस्ती दर पर अनाज देने की योजना को चालू करे.
- कारर्पोरेट परस्त वन संरक्षण संशोधन कानून 2023 अविलंब रद्द करोच
- वनाधिकार कानून व पेसा कानून सख्ती से लागू करो.
- वीर बुधु भगत, बिरसा मुंडा सहित राज्य के सभी वीर शहीदों के स्मारक स्थलों को संरक्षित एवं विकसित करना होगा.
- रांची एयरपोर्ट के विस्थापितों को बगैर पुनर्वासित किये, उनकी जबरन बेदखली पर रोक लगायी जाए.
- हुंडरू व हेथू मौजा रांची के रैयतों व सेना के बीच जमीन विवाद का जल्द हल निकाला जाए.
- ग्राम पेलकाडीह डोमड़ा, तमाड़ के विभिन्न गांवों में रैयतों की जमीन पर वन विभाग के जबरन अतिक्रमण पर रोक लगाना होगा.
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