‘The Goat Life’, ‘Article 370’ व ‘Rao Saheb’
LagatarDesk : हिंदी सिनेमा के सबसे फेमस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) का गोवा में आयोजन होने जा रहा है. IFFI 2024 का 55वां संस्करण 20 नवंबर से शुरू होगा और 28 नवंबर तक चलेगा. इस साल के गोल्डन पीकॉक जूरी का नेतृत्व भारतीय फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर कर रहे हैं. इसमें सिंगापुर के निर्देशक एंथनी चेन, ब्रिटिश-अमेरिकी निर्माता एलिजाबेथ कार्लसन, स्पेनिश निर्माता फ्रान बोर्गिया और प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई फिल्म संपादक जिल बिलकॉक भी शामिल हैं. जूरी सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) और विशेष जूरी पुरस्कार सहित विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं का निर्धारण करेगी. विजेता फिल्म को महोत्सव के शीर्ष सम्मानों में से एक के साथ 40 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा. इस वर्ष की फिल्मों की सूची में विभिन्न विषय और शैलियां शामिल हैं. इनमें ऐसी फिल्में हैं, जो दर्शकों को अनछुई दुनिया में ले जायेंगी, स्थापित धारणाओं को चुनौती देंगी और नई आवाजों को सामने लायेंगी.
भारत की तीन सहित 15 अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय फिल्में के बीच होगा कॉम्पिटिशन
गोल्डन पीकॉक के प्रतिष्ठित खिताब के लिए भारत की तीन सहित 15 अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्में के बीच कॉम्पिटिशन होगा. भारत की तीन फिल्में ‘द गोट लाइफ’, ‘आर्टिकल 370’ और ‘रावसाहेब’ हैं. इसके अलावा ईरान से ‘फियर एंड ट्रेम्बलिंग’, तुर्की से ‘गुलिजर’, फ्रांस से ‘होली काउ’, स्पेन से ‘आई एम नेवेंका’, अमेरिका से ‘पैनोप्टिकॉन’, सिंगापुर से ‘पियर्स’, ट्यूनीशिया से ‘रेड पाथ’, कनाडा व फ्रांस से संयुक्त प्रोडक्शन ‘शेफर्ड्स’, रोमानिया से ‘द न्यू ईयर दैट नेवर केम’, लिथुआनिया से ‘टॉक्सिक’, चेक गणराज्य से ‘वेव्स’ और ट्यूनीशिया व कनाडा से संयुक्त प्रोडक्शन ‘हू डू आई बिलॉन्ग टू’ की भी की स्क्रीनिंग होगी. सभी फिल्मों को उनके अद्वितीय परिप्रेक्ष्य, आवाज और कलात्मकता के लिए चुना गया है. वैश्विक और भारतीय सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुत करते हुए इनमें से प्रत्येक फिल्म मानवीय मूल्यों, संस्कृति और कहानी कहने की कला पर एक अनूठा नजरिया प्रस्तुत करती है.