Search

IIT-ISM का 45वां दीक्षांत समारोह 1 को, राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी शिरकत, तैयारियां जोरों पर

Dhanbad :   IIT (ISM) धनबाद का 45वां दीक्षांत समारोह एक अगस्त को ऐतिहासिक और भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा. समारोह लोअर ग्राउंड में विशेष रूप से बनाए गए विशाल पंडाल में होगा, जिसमें 2,500 से 3,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है.

 

इस बार दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु होंगी. उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ. पी. के. मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. इस अवसर पर डॉ. मिश्रा को "डॉक्टर ऑफ साइंस (D.Sc.)" की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा. 

Uploaded Image

दीवारों पर बनाई जा रही रंग-बिरंगी कलात्मक पेंटिंग्स

राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. बरवाअड्डा हवाई पट्टी से लेकर आईआईटी (आईएसएम) तक की दीवारों पर रंग-बिरंगी कलात्मक पेंटिंग्स बनाई जा रही हैं. इन चित्रों में झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक कला, पारंपरिक वेशभूषा, जनजातीय जीवनशैली और राज्य सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया है. ये भित्तिचित्र न केवल राहगीरों को दृश्य आनंद प्रदान करेंगे, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक पहचान और विकास योजनाओं का संदेश भी देंगे.

Uploaded Image

 

नंबर-1 अतिथियों और गेट नंबर 2 छात्र, पेरेंट्स और आमजन के लिए

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आईआईटी (आईएसएम) के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को पूरी गंभीरता से अंतिम रूप दिया जा रहा है. राष्ट्रपति का आगमन 1 अगस्त को सुबह 11 बजे निर्धारित है. इसे देखते हुए गेट नंबर-1 का पुनर्निर्माण कार्य समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा, ताकि अतिथियों का प्रवेश सुनिश्चित किया जा सके. वहीं छात्रों, अभिभावकों और आम लोगों के लिए गेट नंबर-2 से प्रवेश की व्यवस्था की गई है.

Uploaded Image

 

बरवाअड्डा हवाई पट्टी से लेकर संस्थान तक 78 स्थानों पर गेट और बैरिकेडिंग

पंडाल के भीतर मुख्य अतिथियों के लिए 8 ग्रीन रूम बनाए जा रहे हैं. जबकि सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए तीन कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं. पंडाल निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है. बरवाअड्डा हवाई पट्टी से लेकर संस्थान तक 78 स्थानों पर गेट और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है, जिन पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे. सुरक्षा कारणों से बरवाअड्डा एयरस्ट्रिप के आसपास के क्षेत्र को ‘नो फ्लाई जोन’ घोषित किया गया है, जहां ड्रोन, पैराग्लाइडिंग और हॉट एयर बैलून जैसी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.

Uploaded Image

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp