Vinit Abha Upadhyay
Ranchi : साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले के आरोपी दाहु यादव के भाई सुनील यादव के खिलाफ फ इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने सप्लीमेंट्री प्रॉसिक्यूशन कंप्लेनन (पीसी) दाखिल कर दी है. आरोप पत्र में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग में सुनील यादव की भूमिका की विस्तृत जानकारी दी गयी है. ईडी द्वारा दाखिल आरोप पत्र पर रांची PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष कोर्ट संज्ञान ले सकती है. बता दें कि दाहू और सुनील यादव सगे भाई हैं. इनपर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साथ मिलकर अवैध खनन, अवैध परिवहन और साहिबगंज में गंगा नदी पर अवैध तरीके से जहाज परिचालन का आरोप है. (पढ़ें, पुलिस लाइन में वीर शहीद जवानों को दी गयी श्रद्धांजलि समेत पलामू की दो खबरें)
दाहू और सुनील यादव गलत तरीके से संचालित करते थे स्टीमर
जानकारी के मुताबिक, अब तक की जांच में यह पाया है कि दाहू यादव और सुनील यादव ने मेसर्स इंफ्रालिंक लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड का स्टीमर गलत तरीके से संचालित किया. 23 मार्च 2022 को हुई दुर्घटना और अवैध स्टोन चिप्स ढुलाई मामले में ईडी ने इंफ्रालिंक के स्टीमर को जब्त कर चुकी है. जिसे दाहू यादव और उसके भाई सुनील यादव की देखरेख में चलाया जाता था. दोनों भाईयों पर आरोप है कि वे स्टीमर के सहारे स्टोन चिप्स ढोनेवाले ट्रकों से पंकज मिश्रा के लिए 500 रुपये प्रति ट्रक की दर से वसूली करते थे. बच्चू यादव ने ईडी को दिये गये अपने बयान में इस बात को स्वीकार किया था.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : महासप्तमी पर मां की आराधना के लिए मंदिर व पंडालों में उमड़े श्रद्धालु
Leave a Reply