Ranchi : अवैध बालू खनन मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच कर रही है. जांच क्रम में ईडी ने मैसर्स ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और अन्य सहयोगियों के ठिकाने पर छह जून को छापेमारी की थी. इस मामले में पटना, धनबाद, हजारीबाग और कोलकाता के 27 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. ईडी ने बताया कि इस दौरान डेढ़ करोड़ रूपया नगद, 11 करोड़ रूपया के संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए और साथ ही बैंक में जमा 6 करोड़ रूपया और 60 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है. छापेमारी के दौरान मिले कागजात और डिजिटल सामग्री को भी आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है.
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बालू खनन मामले की ईडी कर रही है जांच
ईडी ने बिहार पुलिस द्वारा दर्ज विभिन्न एफआईआर के आधार पर अवैध बालू खनन मामले की जांच शुरू की है. कंपनियों और उनके निदेशकों के खिलाफ बिहार के खनन विभाग की शिकायतों के आधार पर मैसर्स ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशकों के खिलाफ विभागीय प्री-पेड परिवहन ई-परिवहन का उपयोग किए बिना अवैध रेत खनन और इसकी बिक्री के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है. खनन प्राधिकरण, बिहार की ओर से जारी चालान से करीब 250 करोड़ रुपये के राजस्व की भारी हानि हुई है. छापेमारी के दौरान नकदी, आपत्तिजनक दस्तावेज जैसे खरीदी गई संपत्तियों की बिक्री के दस्तावेज,कंपनियों और उनके निदेशकों के नाम पर एफडीआर की खोज हुई है.
ब्रॉडसन व आदित्य मल्टीकॉम के निदेशकों पर दबिश
ब्रॉडसन और आदित्य मल्टीकॉम से जुड़े पुंज सिंह, बबन सिंह, सुरेंद्र जिंदल, मिथिलेश सिंह, अशोक कुमार, एमएलसी राधाचरण साह और सुभाष यादव बॉडसन के निदेशक रहे हैं. वहीं जगनारायण सिंह और सतीश कुमार सिंह आदित्य मल्टीकॉम के निदेशक हैं. दोनों कंपनियां कोलकाता के पते पर रजिस्टर्ड हैं और बिहार में पटना, भोजपुर, औरंगाबाद, सारण, रोहतास और कैमूर में बालू खनन का काम करती रही हैं.
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