LagatarDesk : कोरोना महामारी के कारण भारत की अर्थव्यवस्था का बुरा असर देखने को मिला. हालांकि अब देश की आर्थिक स्थिति में सुधार आ रहा है. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने भी अनुमान लगाया है कि 2020 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट दुनिया में ज्यादा होगी. आईएमएप के मुताबिक, 2021 में जीडीपी ग्रोथ रेट 9.5 फीसदी रहेगी. जबकि 2022 में जीडीपी 8.5 फीसदी की दर से ग्रो करेगी.
वैक्सीनेशन के कारण अर्थव्यवस्था में हो रही रिकवरी
आईएमएफ द्वारा किये गये अनुमान से यह साफ है कि इंडियन इकोनॉमी कोरोना महामारी से उभर रही है. IMF की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत में वैक्सीनेशन तेजी से हुआ है. जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था तेजी से रिकवर हो रही है.
IMF Projections: 2022
USA🇺🇸: 5.2%
Germany🇩🇪: 4.6%
France🇫🇷: 3.9%
Italy🇮🇹: 4.2%
Spain🇪🇸: 6.4%
Japan🇯🇵: 3.2%
UK🇬🇧: 5%
Canada🇨🇦: 4.9%
China🇨🇳: 5.6%
India🇮🇳: 8.5%
Russia🇷🇺: 2.9%
Brazil🇧🇷: 1.5%
Mexico🇲🇽: 4%
KSA🇸🇦: 4.8%
Nigeria🇳🇬: 2.7%
S. Africa🇿🇦: 2.2%https://t.co/j0FIiCr9li #WEO pic.twitter.com/SLNNQqHyt1— IMF (@IMFNews) October 12, 2021
अमेरिका और चीन की इकोनॉमी ग्रोथ रेट भारत से कम
आपको बता दें कि आईएमएफ के मुताबिक, 2021 में अमेरिका की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 6 फीसदी रहेगी. वहीं 2022 में जीडीपी ग्रोथ रेट 5.2 फीसदी हो सकती है. वहीं चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में 8 फीसदी रहने का अनुमान है. जबकि 2022 में चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट 5.6 फीसदी रह सकती है. खास बात यह है कि भारत को छोड़कर बाकी सभी देशों की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 6 फीसदी से कम है.
इसे भी पढ़े : मजबूती के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स में 253 अंकों की तेजी, महिंद्रा में 3.45 फीसदी की बढ़त
कोरोना महामारी के कारण माइनस में चली गयी थी जीडीपी
IMF द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल कोरोना संकट की वजह से भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 7.3 फीसदी पर आ गयी थी. जो इस साल 2021 में सुधर कर 9.5 फीसदी होने का अनुमान जताया गया है. यह अनुमान भी दुनिया के किसी भी देश की तुलना में काफी ज्यादा है.
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था स्पेन की होगी
आपको बता दें भारत के बाद स्पेन में अच्छी आर्थिक स्थिति का अनुमान जताया गया है. पिछले साल यहां पर माइनस 10.8 फीसदी वृद्धि रही थी. जो 2021 में सुधर कर 5.7 फीसदी होने का अनुमान जताया गया है. वहीं अगले साल जीडीपी ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी होने का अनुमान ह. यह भारत के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ सुधार माना जा रहा है.
इसे भी पढ़े : राहत! सितंबर में खुदरा महंगाई दर में गिरावट, 5.3 फीसदी से घटकर 4.45 फीसदी रही
आरबीआई का भी अनुमान जीडीपी 9.5 फीसदी की दर से करेगी ग्रो
बता दें कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ का अनुमान 9.5 फीसदी रखा है. वहीं वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में आर्थिक विकास दर 17.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. दूसरी तरफ वर्ल्ड बैंक ने 2021-22 के लिए भारत की विकास दर का अनुमान 8.3 फीसदी लगाया है. जो दूसरी लहर के आने से पहले लगाये गये अनुमान के मुकाबले कम है. वर्ल्ड बैंक ने पहले करीब 10.1 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रहने का अनुमान जताया था.
फिच ने जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया
फिच रेटिंग्स ने भी जीडीपी ग्रोथ को लेकर अनुमान जताया था. फिंच ने 2021 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 8.7 फीसदी कर दिया. फिच ने जून में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत के जीडीपी का अनुमान 10 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. जिसे घटाकर 8.7 फीसदी कर दिया गया है. एजेंसी का कहना है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर की वजह से ये कटौती की गयी है.
इसे भी पढ़े : त्यौहार में आम आदमी को महंगाई का एक और करंट, 13 दिन में दूसरी बार महंगी हुई सीएनजी-पीएनजी