New Delhi : दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल ईडी की कस्टडी में हैं. इसके बाद से आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार पर हमलावर है. दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कल शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शराब घोटाले से इतर चुनावी बॉन्ड का मुद्दा उठाया. आतिशी ने एक्साइज पॉलिसी मामले में सरकारी गवाह बने देश की लीडिंग दवा कंपनियों में शामिल अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी शरथ चंद्र रेड्डी को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने मांग की कि ईडी को चाहिए कि वह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को गिरफ्तार करे. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आइए, मैं आपको शराब घोटाले के money trail की सच्चाई बताती हूँ –
दिल्ली में नई आबकारी पालिसी के तहत अरबिन्दो फ़ार्मा के मालिक शरत चंद्र रेड्डी को शराब बेचने के लिए कुछ ज़ोन मिले। ये APL हेल्थकेयर और EUGIA फार्मा के भी मालिक है। 9 नवम्बर को शरत चंद्र रेड्डी ने बयान दिया कि उन्होंने… https://t.co/lrQGwpwXGo
— Atishi (@AtishiAAP) March 23, 2024
रेड्डी को दिल्ली की आदालत ने शराब घोटाला मामले में सरकारी गवाह बनने की अनुमति दी
आतिशी ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जारी किये गये बॉन्ड डेटा के आधार पर कहा कि दिल्ली एक्साइज पॉलिसी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी शरथ चंद्र रेड्डी ने अपनी गिरफ्तारी के महज पांच दिनों के बाद 15 नवंबर, 2022 को 5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे.21 नवंबर को भाजपा ने इस बॉन्ड को भुना लिया.मामले की तह में जायें तो कंपनी के गैर कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत रेड्डी को दिल्ली की एक आदालत ने पिछले साल जून में शराब घोटाला मामले में सरकारी गवाह बनने की अनुमति प्रदान की थी. इतना ही नहीं रेड्डी को माफी भी दे दी थी.
जानकारी सामने आयी है कि अरबिंदो फार्मा ने अप्रैल 2021 से नवंबर 2023 तक 52 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे. इन बॉन्ड्स का 66 फीसदी भाजपा को मिला. 29 फीसदी तेलंगाना स्थित भारत राष्ट्र समिति ने और बाकी बची राशि के बॉन्ड आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी ने भुनाये.
अरबिंदो फार्मा का रेवेन्यू साल 2023 में 24 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रहा
देश की लीडिंग दवा कंपनियों में शामिल अरबिंदो फार्मा का रेवेन्यू (साल 2023) 24 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रहा. डेटा पर नजर डालें तो अरबिंदो फार्मा ने 52 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे. नवंबर 2022 में रेड्डी की गिरफ्तारी के 5 दिनों बाद 21 नवंबर 2022 को भाजपा ने 5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड भुनाये.आप नेता और मंत्री आतिशी ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में शरथ रेड्डी(अरबिंदो फार्मा) द्वारा चुनावी बॉन्ड खरीदे जाने और भाजपा द्वारा भुनाये जाने का जिक्र करते हुए ईडी पर हल्ला बोला. आरोप लगाया कि एजेंसी(ईडी) भाजपा के इशारे पर काम कर रही थी. कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है.
विजय नायर ने साउथ ग्रुप से कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली
ईडी के अनुसार जांच के क्रम में दर्ज किये गये कई लोगों के बयानों के आधार पर, आप के संचार प्रभारी विजय नायर ने साउथ ग्रुप कहे जाने वाले एक समूह से कथित तौर पर कुल 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली. ईडी ने दावा किया कि यह रिश्वत साउथ ग्रुप और आप नेताओं के बीच एक समझौते के तहत अग्रिम राशि के रूप से प्रदान की गयी थी. जान लें कि अरबिंदो फार्मा का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है. इसका कारोबार 150 देशों में फैला हुआ है. कंपनी का 90 फीसदी रेवेन्यू अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आता है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि पहले छह माह तक शरथ रेड्डी को ईडी ने जेल में रखा. उससे जबरदस्ती की गयी कि वह अरविंद केजरीवाल से मिले. आम आदमी पार्टी ने पूछा कि भाजपा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी शरथ रेड्डी को कैसे जानती है? भाजपा ने शरद रेड्डी की कंपनी से 60 करोड़ रुपए क्यों हासिल किये.