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पांकी में मुर्दे ने काटा चेक, हो गयी मिड डे मिल की 1 लाख 18 हजार की निकासी

  • स्कूल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उमेश गुप्ता की 5 मार्च 2024 को ही हो गयी थी मौत
  • फर्जी हस्ताक्षर कर एमडीएम की 1 लाख 18 हजार रुपए की हुई निकासी
  • विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनय पांडेय ने संयोजिका पर ठिकरा फोड़ा
  • संजोजिका पहुंची प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कार्यालय, उच्च स्तरीय जांच करने की मांग
Shiv Shankar Paswan  Panki (Palamu) :   पांकी प्रखंड स्थित स्त्रोन्नत उच्च विद्यालय द्वारिका के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उमेश गुप्ता की मौत 5 मार्च 2024 को ही हो गयी है. लेकिन किसी ने उमेश गुप्ता का फर्जी हस्ताक्षर कर मिड डे मिल (एमडीएम) की 1 लाख 18 हजार रुपये की निकासी कर ली है. यह राशि अलग-अलग तारीखों में निकाली गयी है. प्रबंधन समिति के अध्यक्ष की मौत के दूसरे ही दिन 6 मार्च को 49 हजार, 7 मार्च को 20 हजार और करीब छह माह बाद 30 सितंबर को 49 हजार की राशि की निकासी की गयी है. विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा मामले का खुलासा करने बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक विनय पांडेय ने पल्ला झाड़ते हुए संयोजिका पम्मी देवी पर एमडीएम की राशि निकालने का आरोप लगाया है. वहीं संयोजिका पम्मी देवी ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के कार्यालय पहुंचकर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने शिक्षकों द्वारा उन पर लगाये गये आरोप को बेबुनियाद बताते हुए प्रधानाध्यापक विनय पांडेय पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं.

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एमडीएम की राशि कैसे निकली, इसकी जानकारी नहीं : संयोजिका

फर्जी हस्ताक्षर कर एमडीएम की राशि निकालने के मामले में संयोजिका पम्मी देवी का कहना है कि एमडीएम की राशि कैसे निकली, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. कहा कि शिक्षक उनसे हस्ताक्षर लेने आते थे तो वो हस्ताक्षर कर देती थी. इसके अलावा विद्यालय के कार्य में उनका कोई योगदान नहीं रहता है. संयोजिका पम्मी देवी ने एक और बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि बच्चों की फर्जी उपस्थिति बनाकर शिक्षकों को पैसा दिया जाता है.

विभाग को लिखित रूप से दी थी अध्यक्ष की मौत की जानकारी : प्रभारी प्रधानाध्यापक 

इस संबंध विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विनय पांडेय का कहना है कि अध्यक्ष की मौत की जानकारी विभाग को लिखित रूप से दी गयी थी. इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर विभाग को अध्यक्ष की मौत की जानकारी दी गयी थी तो विभाग ने तत्काल इस पर कोई पहल क्यों नहीं की. आखिर नौ महीने बीत जाने के बाद यह मामला प्रकाश में कैसे आया. यदि इस मामले की गहनता से जांच की जाये तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

संयोजिका से अपने नाम पर चेक लेकर भी भुगतान लेते हैं अध्यक्ष : एमडीएम प्रभारी 

एमडीएम प्रभारी अमृतेश मिश्रा ने कहा कि फर्जी हस्ताक्षर कर एमडीएम की राशि निकासी की जानकारी मिली है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि एमडीएम चलाने के बाद ही पैसे का भुगतान किया जाता है. दुकानदार आपूर्तिकर्ता को आपूर्ति के बदले भुगतान मिलता है. वही प्रखंड में ऐसे कई शिक्षक हैं, जो एमडीएम का संचालन करते हैं. बताया कि अध्यक्ष संयोजिका से अपने नाम पर चेक लेकर भी भुगतान लेते हैं.

दोषियों पर कार्रवाई हो : प्रखंड प्रमुख

पांकी प्रखंड प्रमुख पंचम प्रसाद ने बताया कि फर्जी हस्ताक्षर कर एमडीएम की राशि निकासी कैसे हुई, यह जांच का विषय है. उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से मामले की जांच करने और इसमें संलिप्प्त व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने मांग की है.

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