alt="" width="300" height="169" /> इसे भी पढ़ें : कुचाई">https://lagatar.in/seeing-wife-and-cousin-in-an-objectionable-position-in-kuchai-both-were-beaten-to-death-with-sticks/">कुचाई
में पत्नी और चचेरे भाई को आपत्तिजनक स्थिति में देख लाठी से पीट दोनों की कर दी हत्या देवीदत्त प्रधान ने बताया कि भागवत में 18 हजार श्लोक, 335 अध्याय और 12 स्कन्ध हैं. इसके विभिन्न स्कंधों में विष्णु के लीलावतारों का वर्णन बड़ी सुकुमार भाषा में किया गया है, परंतु भगवान कृष्ण की ललित लीलाओं का विशद विवरण प्रस्तुत करने वाला दशम स्कंध भागवत का हृदय है. अन्य पुराणों में, जैसे विष्णु पुराण (पंचम अंश), ब्रह्मवैवर्त (कृष्ण जन्म खंड) आदि में भी कृष्ण का चरित्र निबद्ध है, परंतु दशम स्कंध में लीला पुरुषोत्तम का चरित्र जितनी मधुर भाषा, कोमल पदविन्यास तथा भक्तिरस से आप्लुत होकर वर्णित है वह अद्वितीय है. मौके पर पर बिमल प्रधान, सहदेव सरदार, दामोदर प्रधान, हेमसागर प्रधान, देवीदत्त प्रधान, वशिष्ठ प्रधान, दिपक प्रधान, कृष्ण प्रधान के साथ-साथ आस-पास के गांव के कई लोग उपस्थित होकर श्रवण किए. [wpse_comments_template]
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