शर्मा बनाये गये रेलवे बोर्ड के नये CEO और Director मौजूदा समय में रांची इस्लामपुर भाया पटना होकर चलने वाली स्पेशल ट्रेन में प्रथम वातानुकूलित श्रेणी का किराया 2065 रुपये कर दिया गया है. जबकि नियमित चलने वाली इसी ट्रेन में इसका किराया 1645 रुपये निर्धारित है. इस पर तुक्का यह कि कोरोना के नाम पर यात्री को कंबल, तकिया और चादर की व्यवस्था खुद करनी होगी. यदि यात्री को इन चीजों की जरूरत है तो इसके लिए स्टेशन पर 250 रुपये और खर्च करने होंगे. इसके लिए रेलवे ने प्लेटफार्म एक पर लीनेन के स्टॉल भी खोल रखा है. इसमें कंबल, चादर और तकिए के साथ अन्य सामान सशुल्क दिए जाते हैं. इससे रेलवे की मुनाफाखोरी और भी बढ़ जाती है. [caption id="attachment_14904" align="aligncenter" width="1280"]
alt="" width="1280" height="721" /> रांची रेलवे स्टेशन पर खुला काउंटर, जहां जरूरत अनुसार सशुल्क अपने जरूरत का सामान खरीद सकते हैं यात्री[/caption]
आम यात्रियों की बढ़ी मुसीबत
रेलवे के इस व्यापार में आम लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. शादी, ब्याह और लगन के मौके पर सफर को और खर्चीला बना दिया है.22 मार्च 2020 को कोरोना और लॉकडाउन होने के बाद नियमित ट्रेनों को बंद कर दिया गया .इसके बाद कुछ नियमित ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर किराया बढ़ा दिए गए. इसमें स्पेशल ट्रेन भीड़ वाली रूटों पर चलाए जा रहे हैं. इन ट्रेनों में मौर्य एक्सप्रेस, हटिया पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस, रांची-पटना एक्सप्रेस, हैदराबाद रक्सौल एक्सप्रेस, सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस, हटिया-यशवंतपुर एक्सप्रेस आदि ट्रेनें बतौर स्पेशल चलाई जा रही हैं. एक अन्य भीड़ वाली ट्रेन एलेप्पी एक्सप्रेस 8 जनवरी से चलाई जाएगी. इसे भी पढ़ें- पटरी">https://lagatar.in/passenger-and-memu-trains-back-on-track-operations-start-from-ranchi-many-more-to-be-operational-by-january-4/14659/">पटरीपर लौटी पैसेंजर और मेमू ट्रेनें, रांची से परिचालन शुरू, 4 जनवरी तक कई और होंगी संचालित