क्या है मामला
परिवादी राजेंद्र जो रांची के पिठोरिया इलाके के रहने वाले हैं, उन्होंने एसीबी को बताया था कि 22 जनवरी को उन पर जानलेवा हमला हुआ था. इस हमले में वे बुरी तरह घायल हुए थे. घटना को लेकर पिठोरिया थाने में उनकी पत्नी रीमा देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी. लेकिन आरोपी पक्ष ने पुलिस से मिलकर थाने में उसके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करा दी. राजेंद्र का आरोप है कि पुलिस निरीक्षक मोहन पांडे केस से धारा 307 हटाने के लिए मुंशी राकेश कुमार के माध्यम से 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे थे. राजेंद्र कुमार के आरोप को एसीबी की टीम ने जांच में सही पाया. इसके बाद यह कार्रवाई की थी. इसे भी पढ़ें-लड़की">https://lagatar.in/girl-reached-ssp-office-with-family-demanded-action-against-the-accused-of-molestation/">लड़कीपरिजनों के साथ पहुंची एसएसपी कार्यालय, छेड़खानी के आरोपी पर कार्रवाई की मांग की [wpse_comments_template]

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