LagatarDesk : साल 2023 के पहले सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गयी थी. लेकिन दूसरे सप्ताह भारत के कोष में बढ़त देखी गयी. 13 जनवरी को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 10.417 अरब डॉलर बढ़कर 572 बिलियन डॉलर जा पहुंचा. यह इस साल में की सबसे बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है. इससे पहले 6 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.268 अरब डॉलर घटकर 561.583 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था. (पढ़ें, कैलाश विजयवर्गीय बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतरे, 23 को छतरपुर में रामधुन यात्रा)
समीक्षाधीन सप्ताह में एफसीए 9.078 अरब डॉलर बढ़ा
रिपोर्टिंग वीक में फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. एफसीए 9.078 अरब डॉलर बढ़कर 505.519 अरब डॉलर हो चुकी है. इससे पहले फॉरेन करेंसी एसेट्स 1.747 अरब डॉलर घटकर 496.441 अरब डॉलर पर आ गयी थी. बता दें कि विदेशी मुद्रा भंडार में फॉरेन करेंसी एसेट्स का अहम हिस्सा होता है. इसके बढ़ने और घटने से देश के भंडार पर सीधा असर पड़ता है. एफसीए घटने के कारण ही विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आयी है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है.
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गोल्ड रिजर्व और एसडीआर में दर्ज की गयी बढ़त
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में बढ़त दर्ज की गयी है. स्वर्ण भंडार 1.106 अरब डॉलर बढ़कर 42.89 अरब डॉलर हो गया है. इससे पहले 6 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 461 करोड़ डॉलर बढ़कर 41.784 अरब डॉलर हो गया था. वहीं आईएमएफ (IMF) में मिला देश का एसडीआर 14.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.364 अरब डॉलर हो गया है. इससे पहले यह 3.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.217 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.
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रिपोर्टिंग वीक में आरक्षित मुद्रा भंडार 8.6 करोड़ डॉलर बढ़ा
समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार भी 8.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.227 अरब डॉलर हो गया. इससे पहले यह 1.8 करोड़ डॉलर घटकर 5.141 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले आरक्षित मुद्रा भंडार 4.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.159 अरब डॉलर, 40 लाख डॉलर बढ़कर 5.114 अरब डॉलर और 20 लाख डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर हो गया था.
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आरबीआई ने गिरते रुपये को बचाने के लिए उठाये थे कई कदम
बता दें कि कि आरबीआई ने पिछले साल गिरते रुपये को बचाने के लिए कई कदम उठाये थे. आरबीआई ने रेपो रेट में कई बार बढ़ोतरी की थी. इस बीच विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी कमी देखी गयी थी. साल 2021 के अक्टूबर में विदेशी मुद्रा भंडार ऑल टाइम हाई लेवल 645 अरब डॉलर पर था. लेकिन आरबीआई के एक्शन के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से गिरावट देखी गयी. यह करीब 100 अरब डॉलर तक गिर चुकी थी. हालांकि पिछले कुछ महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है. अक्टूबर 2022 में एक बार यह 14.721 अरब डॉलर बढ़ी थी.
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