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सुव्यवस्थित कॉलोनी नहीं होने से रेल कर्मियों में बढ़ा संक्रमण, जर्जर घरों को तोड़ने के बाद अब तक नहीं बना एक भी क्वार्टर

Ranchi : सुव्यवस्थित कॉलोनी नहीं होने के कारण रेल कर्मियों को कोरोना संक्रमण का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. शहर के अलग-अलग हिस्सों में रहने से यहां अब भी संक्रमण की स्थिति बनी हुई है. अभी भी यहां दो सौ से अधिक संक्रमित है. लेकिन स्थिति में सुधार हो रहा है. एक समय तो स्थिति यहां तक पहुंच गई कि यहां पांच सौ से अधिक रेल कर्मी और उनके परिजन संक्रमित हो गए. अब तक 24 रेल कर्मियों ने अपनी जान गंवा चुके हैं. एक दिन पहले सोमवार को गुरुनानक अस्पताल में कोरोना से पीड़ित रेलवे के प्रधान नियंत्रक केके हलदर ने अंतिम सांस ली.

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डेढ़ हजार कर्मी कॉलोनी से बाहर विभिन्न हिस्सों में रहने को विवश

रेल मंडल के डेढ़ हजार कर्मी कॉलोनी से बाहर राज्य के विभिन्न हिस्सों में रहने को विवश हैं. हटिया और रांची रेलवे कॉलोनियों में 2013 के बाद चलाए गए अतिक्रमण के दौरान यहां के पुराने और जर्जर क्वार्टर गिराने के बाद ऐसी नौबत आयी है. रांची और हटिया को मिलाकर साढ़े तीन हजार क्वार्टर थे. रेल मंडल में सात हजार कर्मी रहते हैं. इसमें से पांच हजार रांची में रहते है. जर्जर क्वार्टर छोड़ने के बाद रेलवे अपने इन कर्मचारियों को आवास भत्ता दे रही है.

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अस्पताल में संसाधन भी पहले की तुलना में बेहतर किए जा रहे हैं

एक चिकित्सक के अनुसार यदि सभी रेलकर्मियों को कॉलोनी में व्यवस्थित रूप से आवास की उपलब्धता रहती तो ऐसी परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ता.

जी प्लस-8 के तीन बहुमंजिली इमारत का काम कोरोना के कारण रुका हुआ है

रेलवे अधिकारी नीरज कुमार के बताया कि यहां अभी ढ़ाई सौ से अधिक संक्रमित हैं. इसमें से अधिकांश लोग रिकवर करने की स्थिति में हैं. स्थिति अब बेहतर हो रही है. अस्पताल में संसाधन भी पहले की तुलना में बेहतर किए जा रहे हैं.  रेलवे के अपने नए आवासीय प्रोजेक्ट का काम भी ढीला ढ़ाला है. हटिया और रांची कॉलोनी के पास बन रहा जी प्लस-8 के तीन बहुमंजिली इमारत का काम कोरोना के कारण रुका हुआ है. प्रथम चरण में इस कार्य की शुरुआत 2018 में हुई थी. हटिया स्थित अस्पताल में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए यहां व्यवस्थाएं बढ़ायी जा रही हैं. इस अस्पताल में 40 से बढ़ाकर 50 बेड की व्यवस्था की जाएगी.  राज्य सरकार की व्यवस्था के अनुसार इसमें 20 बेड कोविड-19 के लिए आरक्षित होगी.

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