Ranchi : मॉब लिंचिंग से हुई विधवा महिलाओं की विगत चार दिन से चल रही भूख हड़ताल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संज्ञान ले लिया है. कांग्रेसी नेता सह कैबिनेट मंत्री आलमगारी आलम ने मुख्यमंत्री को इस भूख हड़ताल के बारे में अवगत कराया. इसपर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए सीएम ने तीन सदस्यीय कमिटी का गठन किया है. तीन सदस्यीय कमिटी में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम हैं. सीएम के निर्देश के बाद तीनों सदस्यों ने सोमवार को राजभवन के समक्ष धरना स्थल पर पहुंचकर भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के मांगों को सुना. आंदोलनकारियों से वार्ता करते हुए सदस्यों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को सूनेंगे तथा हड़ताल को समाप्त करने का प्रयास करेंगे.
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आंदोलनकारियों की निम्न मांग
आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं.
• मॉब लिंचिंग पर कड़ा कानून बने.
• आश्रित को 50 लाख का मुआवजा.
• आश्रित को नौकरी और आश्रित के बच्चे का समुचित पढ़ाई लिखाई का जिम्मा सरकार ले.
• आश्रित को पक्के मकान की व्यवस्था.
• फास्ट ट्रैक कोर्ट गठन कर दोषियों को 3 महीने के अंदर केस की सुनिवाई को सुनिश्चित कर दोषियों को सजा-ए-मौत का प्रावधान.
• मॉब लिंचिंग की घटना वाले थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष को नौकरी से निलंबन करें.
• मॉब लिंचिंग के सभी आरोपी, जो बेल पा चुके हैं, उनके बेल रिजेक्ट कराने के लिए सरकार कोर्ट में पहल करे.
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आश्वासन सुनकर आंदोलनकारियों ने समाप्त की भूख हड़ताल
तीन सदस्यीय कमिटी ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि आपकी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत कर यथाशीघ्र पूरा कराने का प्रयास करेंगे. सभी आंदोलनकारी इस वार्ता से संतुष्ट होकर भूख हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की. इसके बाद मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक सदिव्य कुमार सोनू और प्रवक्ता शमशेर आलम ने जूस पिलाकर अनशन को समाप्त किया.