Ranchi: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने शिक्षकों के सतत क्षमता विकास और उनके प्रोफेशनल डेवलपमेंट को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की है. राज्य भर में 24 से 28 अप्रैल तक `टीचर्स नीड असेसमेंट` यानी टीएनए का आयोजन किया जाएगा. क्या है टीचर्स नीड असेसमेंट? टीएनए एक आकलन परीक्षा है जिसका उद्देश्य शिक्षकों की वर्तमान शैक्षणिक स्थिति और प्रशिक्षण संबंधी आवश्यकताओं का मूल्यांकन करना है. इस परीक्षा के परिणाम के आधार पर प्रत्येक शिक्षक के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण मॉडल तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें अपनी शिक्षण विधियों को और अधिक प्रभावशाली बनाने में मदद मिलेगी. क्या है विभाग की योजना स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव उमाशंकर सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों के सतत् क्षमता विकास को महत्वपूर्ण माना गया है. इस योजना के तहत, आगामी 5 वर्षों के लिए टीएनए के आयोजन की रणनीति तैयार की गई है, जो प्रत्येक वर्ष दो बार आयोजित की जाएगी. बताया कि टीएनए शिक्षकों के स्वयं की बेहतरी के लिए है. इससे शिक्षण के विभिन्न घटकों का आंकलन होगा और शिक्षकों की प्रोफाइल बेहतर होगी. साथ ही, इससे उनके करियर ग्रोथ में भी मदद मिलेगी. टीएनए का फैक्ट फाइल - आकलन परीक्षा: कक्षा 1-12 तक के सभी सरकारी शिक्षकों की आकलन परीक्षा ली जाएगी. - प्रशिक्षण मॉडल: परीक्षा परिणाम के आधार पर प्रत्येक शिक्षक के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण मॉडल तैयार किया जाएगा. - स्कोर: प्रत्येक शिक्षक को स्कोर दिया जाएगा, जिससे उनके प्रदर्शन और शैक्षणिक क्षमताओं का आंकलन किया जा सकेगा. - निबंधन: टीचर्स नीड असेसमेंट के लिए शिक्षकों का निबंधन अनिवार्य होगा, जो झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा दिए गए एप पर किया जा सकता है. - आयोजन: टीएनए का आयोजन हर साल दो बार किया जाएगा, अप्रैल और अक्टूबर महीने में. इसे भी पढ़ें – पीएम">https://lagatar.in/pm-modi-reached-varanasi-inaugurated-and-laid-the-foundation-stone-of-44-projects-worth-rs-3880-crore/">पीएम
मोदी वाराणसी पहुंचे, 3,880 करोड़ की 44 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

झारखंड में शिक्षकों के लिए 'टीचर्स नीड असेसमेंट' के जरिये प्रोफेशनल डेवलपमेंट की पहल
