- लाइलाज शुगर को नॉर्मल नहीं पूरी तरह से ठीक कर लिया, चल नहीं सकनेवाला मोटापा भी कम कर खुद को किया चुस्त-दुरूस्त
- योगा-व्यायाम से खुद को ठीक किया
- इसके बाद नि:शुल्क योगा समिति बनाकर हर दिन दो घंटे महिला-पुरूष को दे रहे हैं प्रशिक्षण
दवा त्याग कर शुगर, बीपी, थॉयरड और मोटापा पर काबू पा लिया
रातू रोड इंद्रपुरी रोड नंबर 6 निवासी प्रदीप सिंह बताते हैं कि 2011 तक वे ब्लड शुगर, अत्याधिक मोटापा, मोटापा भी इतना कि वे चल नहीं पाते थे. उन्हें थायरॉयड की भी शिकायत थी. वे डॉक्टर से भी मिले, दवा खानी शुरू की, मगर दवा से नियंत्रण तो होता था, मगर फिर रूटीन गड़बड़ होने के बाद शुगर बढ़ जाती थी. इसके बाद उन्होंने योगा और व्यायाम का सहारा लिया. खान-पान को नियंत्रित किया. चार से पांच साल के अंदर न केवल शुगर पूरी तरह से ठीक हो गया, बल्कि मोटापा भी 60 प्रतिशत से अधिक कम हो गया. थॉयराइड भी पूरी तरह से ठीक हो गया. आज हर कुछ उनका नॉर्मल है. इसके बाद उन्होंने तय किया कि वे अब लोगों को नि:शुल्क सेवा देंगे. इसके बाद पहाड़ी मंदिर योगा समिति बनाकर उन्होंने यह काम शुरू कर दिया.प्रशिक्षण में कैंसर तक के मरीज आ रहे हैं
alt="" width="600" height="400" /> पहाड़ी मंदिर परिसर में स्थित प्रशिक्षण केंद्र में सुबह 5.30 बजे से 7.30 बजे तक शुगर, ब्लड प्रेशर, कैंसर तक के मरीज पहुंचते हैं. प्रदीप सिंह द्वारा कराये जाने वाले योगा और व्यायाम से सभी को बहुत राहत मिल रही है. अब तक कई लोगों का शुगर, ब्लड प्रेशर और थायराइड आदि बीमारी नियंत्रित हो चुकी है. आहिस्ता-आहिस्ता इनका कारवां बढ़ता जा रहा है. रमेश कुमार जो कैंसर पीड़ित हैं, वह पांच साल से यहां रेगुलर आ रहे हैं. दवा के साथ-साथ योगा उनके लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. एक महिला जिनकी गर्दन सीधी की सीधी रहती थी, वे घुमा-फिरा नहीं सकती थी. यहां आने के बाद उन्हें बहुत फायदा हुआ है. अब उनकी गर्दन में मूवमेंट होने लगा. प्रदीप सिंह पेशे से एक मध्यम व्यवसायी हैं. [wpse_comments_template]
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