निर्माण से आहत आदिवासी धार्मिक अगुवा पाहनों ने 5 मई को बुलाई बैठक
क्या है इसकी वजह
सरकार ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के स्वर्णरेखा शीर्षकार्य प्रमंडल रांची में हुई लगभग 23 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के बाद उठाया गया है. माना जा रहा है कि कोषागारों में दूसरे कार्यालयों के कर्मियों की प्रतिनियुक्ति इस घोटाले का एक प्रमुख कारण थी.क्या है नया निर्देश
वित्त विभाग ने कोषागार और उप कोषागार पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे नियमित कर्मियों को ही यूजर आईडी दें और अन्य कार्यालयों से प्रतिनियुक्त कर्मियों का यूजर आईडी अविलंब निष्क्रिय करें. इसके अलावा विभाग ने सभी कोषागारों में भौतिक अभिलेखों को सुरक्षित रखने के लिए एक अभिलेखागार (रिकॉर्ड रूम) बनाने का भी निर्देश दिया है.ऐसा निर्देश क्यों है जरूरी
यह कदम राज्य के कोषागारों में सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जरूरी है. इससे भविष्य में इस तरह के घोटालों को रोकने में मदद मिलेगी और राज्य के वित्तीय संसाधनों का सही तरीके से उपयोग हो सकेगा. इसे भी पढ़ें - एनआईए">https://lagatar.in/nia-took-voice-samples-and-handwriting-samples-of-terrorist-tahawwur-rana/">एनआईएने आतंकी तहव्वुर राणा के वॉयस सैंपल और हैंडराइटिंग सैंपल लिये