Hussainabad/Palamu : बालू की किल्लत को लेकर आगामी 6 अप्रैल को इंटक (इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन) जनाक्रोश महा ट्रैक्टर रैली का आयोजन करेगी. अनुमंडल मैदान से विशाल ट्रैक्टर रैली निकाली जायेगी. फिर बड़ेपुर उच्च विद्यालय मैदान में सभा का भी आयोजन कर आगे की रणनीति तय की जायेगी. इंटक के प्रदेश महासचिव विनय कुमार सिंह उर्फ बीनू सिंह ने इस बात की जानकारी दी. (पढ़ें, देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना CBI की अहम जिम्मेदारी : पीएम मोदी)
ध्यान आकृष्ट करने के बावजूद मूक दर्शक बनी है सरकार
विनय कुमार सिंह ने कहा कि बालू की किल्लत के कारण हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो सालों से भवन निर्माण और विकास कार्य प्रभावित हो रहा है. इन समस्याओं की तरफ सरकार का लगातार ध्यान आकृष्ट किया जा रहा है. इसके बावजूद सरकार मूक दर्शक बनी है. अब जनता, मजदूर, गाड़ी मालिक और दुकानदार सभी के सब्र का बांध टूट चुका है. सरकार के पास अभी भी वक्त है. या तो सरकार आम जन के हित में उचित निर्णय ले या टकराव से निबटने को तैयार रहे.
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अब याचना नहीं रन होगा-इंटक के प्रदेश महासचिव
इंटक के प्रदेश महासचिव ने कहा कि झारखंड के बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं करने के पीछे बड़ा खेल चल रहा है. बालू घाटों की बंदोबस्ती होने से सरकार को राजस्व भी मिलता और आम लोगों को बालू आसानी से सस्ती दर पर उपलब्ध होता. कहा कि सरकार के मुखिया बालू की कालाबाजारी करा कर अपनी जेब भरने में लगे हैं. वहीं आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश क्षेत्रों में निजी निर्माण कार्य के साथ-साथ सरकारी योजनाएं भी अधर पर लटकी हुई है. बालू के अभाव में विकास कार्य ठप्प होने से राज मिस्त्री, मजदूर और अन्य कारीगर दूसरे राज्यों में पलायन करने पर मजबूर हो गये हैं. एक तो सरकार रोजगार देने में विफल है. जिनके पास रोजगार की व्यवस्था थी, उनका रोजगार भी बालू के अभाव में ठप्प है. यह किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. अब याचना नहीं रन होगा, संघर्ष बड़ा भीषण होगा.
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