Ranchi: नगड़ी थाना क्षेत्र के चेटे जंगल में बीते 22 दिसंबर 2020 को रांची पुलिस ने उग्रवादी पुनई उरांव को मार गिराया था. जिसके अगले दिन पुनई उरांव के परिजनों ने इस घटना पर सवाल उठाए थे, हालांकि डेढ़ साल तक चली जांच के बाद सीआईडी ने पाया है कि पुलिस मुठभेड़ सही थी. सीआईडी ने मामले में पुनित उर्फ पुनाई को मृत दिखाते हुए अंतिम प्रतिवेदन सत्य करार देते हुए समर्पित कर दिया है.
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बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था
पुलिस को 22 दिसंबर 2020 की शाम सूचना मिली थी कि नगड़ी थाना क्षेत्र के चेटे जंगल में पुनई उरांव का दस्ता किसी हिंसक वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है. एसएसपी रांची की क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) जैसे ही चेटे जंगल पहुंची, पुनई के दस्ते ने फायरिंग शुरू कर दी. जवानों ने भी मार्चा संभाला और ताबड़तोड़ जवाबी फायरिंग की. पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भाग निकले, लेकिन पुनई उरांव के सिर में गोली लगी और वह वहीं ढेर हो गया. पुलिस ने जंगल में सर्च अभियान चलाया. मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने पिस्टल और कार्बाइन बरामद किया था.
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